ट्रंप ने की एआई क्रांति की नई शुरुआत, 500 अरब डॉलर का निवेश, जानें कितनी नौकरियों का होगा सृजन?
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में एआई से जुड़ी महत्वाकांक्षी परियोजना "स्टारगेट" की घोषणा की। इस अवसर पर ओरेकल के सीटीओ लैरी एलिसन, सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सोन और ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन भी मौजूद थे।
आपको बता दें, कि स्टारगेट एक नई अमेरिकी कंपनी है, जिसका उद्देश्य उन्नत एआई विकास के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करना है। इसमें डेटा सेंटर और ऊर्जा उत्पादन सुविधाएं बनाना शामिल है। इस परियोजना में प्रारंभिक निवेश 100 अरब डॉलर का है, जिसे बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक किया जाएगा। टेक्सास में इसके 10 डेटा सेंटर पहले ही निर्माणाधीन हैं।
स्टारगेट परियोजना में तीन दिग्गज उद्योगपति शामिल है। सॉफ्टबैंक के संस्थापक मासायोशी सोन, ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन और ओरेकल के अध्यक्ष लैरी एलिसन इस संचालन में साझेदारी कर रहे हैं। सैम ऑल्टमैन ने कहा कि यह युग की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना होगी। वहीं, मासायोशी सोन और लैरी एलिसन ने बताया कि यह एआई के स्वर्ण युग की शुरुआत है, परियोजना स्वास्थ्य सेवाओं में भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
1 लाख से अधिक नौकरियां और एआई क्रांति
राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि यह परियोजना 1 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन करेगी। स्टारगेट का उद्देश्य अगली पीढ़ी की एआई प्रगति को बढ़ावा देना है, जिसमें डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए अनुकूलित वैक्सीन का विकास भी शामिल है।
500 अरब डॉलर की आवश्यकता क्यों?
एआई विकास के लिए बड़े पैमाने पर कंप्यूटिंग शक्ति और ऊर्जा संसाधनों की जरूरत होती है। ओपनएआई ने माइक्रोसॉफ्ट पर निर्भरता कम करने और अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए यह कदम उठाया है। यह परियोजना अमेरिका में एआई बुनियादी ढांचे को नई ऊंचाई पर ले जाने का लक्ष्य रखती है।