सिद्धारमैया सरकार नहीं संभाल पा रही राज्य,महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर सरकार चुप क्यों ?
कर्नाटक में फिर एक बार टुकड़े-टुकड़े गैंग वाली सरकार आ गई है। दरअसल रविवार को कर्नाटक के उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज के बाथरूम में एक छात्रा का वीडियो लीक हुआ। यह वीडियो बाथरूम में बनाया गया था।
कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार तो आ गई पर अभी भी फितरत उनकी वही है। दरअसल कर्नाटक के उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज के बाथरूम में एक छात्रा का वीडियो बनाया गया। इस मामले में कांग्रेस के नेता शांत बैठे हुए हैं। जिसे देख बीजेपी आक्रमण है। इस विषय में बीजेपी की नेता सिटी रवि ने सिद्धारमैया सरकार को जमकर हमला बोला है सिटी देवी ने गृहमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जब वह खुद इस घटना को छोटी सी घटना करार दे सकते हैं तो राज्य कैसे हाथों में है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बाथरूम में किसी लड़की का इस तरह वीडियो बनाना क्या यह आम बात है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक में फिर एक बार टुकड़े-टुकड़े गैंग वाली सरकार आ गई है। दरअसल रविवार को कर्नाटक के उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज के बाथरूम में एक छात्रा का वीडियो लीक हुआ। यह वीडियो बाथरूम में बनाया गया था। जिसके बाद बीजेपी द्वारा सवाल उठाए गए कि राज्य में इतने बड़े कॉलेज के अंदर भी लड़कियां सुरक्षित नहीं। ऐसे में क्या राज्य सिद्धारमैया सरकार के पास होना चाहिए ? कांग्रेस ने बड़े-बड़े दावे कर जनता का मन तो जीता लेकिन जब काम करने का समय आया तो कांग्रेस फिर पुराने ढर्रे पर ही चल रही है। यह अक्सर देखा जाता है कि कांग्रेस की सरकार में लड़कियों के साथ अभद्रता के मामले बढ़ जाते हैं। पर इस मामले में ना तो संसद में कोई सवाल उठाता है नहीं मणिपुर जैसा विषय को बड़ा किया जा रहा है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने 28 जुलाई को मीडिया में कहा था कि राज्य सरकार उडुपी कॉलेज के बाथरूम में बना वीडियो और उस घटना को हल्के में नहीं ले रही और उचित कार्रवाई कर रहे हैं। पर उनके बयान को अलग तरीके से और अनुसूची व्याख्या करके दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है जिन्होंने हमें सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी है उनके लिए हम अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाएंगे।उन्होंने कहा की बीजेपी के नेता जो चाहे वह कहे पर सच्चाई सिर्फ हम जानते हैं। कर्नाटक के उडुपी जिले के पैरामेडिकल कॉलेज के वीडियो मामले में तीन छात्राओं को हिरासत में लिया गया और जांच शुरू की गई।
हालांकि 28 जुलाई को उन्हें जमानत दे दी गई। जिसके बाद इस मामले ने अलग ही सियासी खेल शुरू हो गया। बीजेपी ने शुक्रवार को तीनों आरोपियों के खिलाफ उडुपी में विरोध प्रदर्शन भी किया। बीजेपी ने इस मामले में एनआईए की जांच की मांग की है ।पर अब तक इस मामले में कर्नाटक सरकार के द्वारा कोई बयान नहीं दिया गया है। देश में महिलाओं का अपमान हर जगह हो रही है । जो गलत है पर बात चाहे मणिपुर की हो या कर्नाटक के मामले में कार्यवाही होना बेहद जरूरी है। कांग्रेस में कितनी मेहनत से सरकार बनाई है। उसे टिकने के लिए मुझे जनता के साथ काम करना जरूरी है।