पाक का चौंकाने वाला कबूलनामा:पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने खुद कहा-30 वर्षों से किस तरह आतंकवाद को दे रहे हैं बढ़ावा
पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की स्वीकारोक्ति ने खोले पाकिस्तान की भूमिका के राज, भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया;
नई दिल्ली (राशी सिंह)। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया कि उनका देश पिछले 30 वर्षों से आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्तपोषण करता रहा है। उन्होंने कहा, "हम तीन दशकों से अमेरिका और ब्रिटेन सहित पश्चिमी देशों के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं।" आसिफ ने दावा किया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में सोवियत संघ के खिलाफ लड़ाई के दौरान आतंकियों को "प्रॉक्सी" के रूप में इस्तेमाल किया। 9/11 के बाद भी पाकिस्तान को अमेरिका के समर्थन में शामिल होना पड़ा, जिससे देश का ट्रैक रिकॉर्ड बिगड़ गया।
लश्कर-ए-तैयबा के अस्तित्व से इंकार
साक्षात्कार में एक अजीबो-गरीब टिप्पणी करते हुए आसिफ ने कहा कि "लश्कर एक पुराना नाम है, अब इसका कोई अस्तित्व नहीं है।" उन्होंने दावा किया कि उन्होंने "द रेजिस्टेंस फ्रंट" के बारे में कभी नहीं सुना, जबकि यही संगठन पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ले चुका है। भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई के सवाल पर ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी कि अगर कोई "पूर्ण हमला" होता है तो वह दो परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध का रूप ले सकता है। उन्होंने भारत पर भी आरोप लगाया कि वह पहलगाम हमले का "राजनीतिक लाभ" उठाने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान की स्वीकारोक्ति से भारत के रुख की पुष्टि
पाकिस्तान की इस सार्वजनिक स्वीकारोक्ति ने भारत के उस लंबे समय से चले आ रहे रुख की पुष्टि कर दी है, जिसमें वह पाकिस्तान पर आतंकवाद को पनाह देने और बढ़ावा देने का आरोप लगाता रहा है। अब जब यह बात अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने स्वीकार की है, तो वैश्विक समुदाय के लिए यह चेतावनी है कि आतंकवाद के खिलाफ मिलकर निर्णायक कदम उठाना अब और ज़रूरी हो गया है।