राजस्थान Election Result: जीजा से साली आगे, भतीजी पर चाचा भारी, परिवारों के बीच की लड़ाई में क्या हो रहा?

By :  SaumyaV
Update: 2023-12-03 08:06 GMT

चाचा विधायक हैं हमारे, ये कहते हुए कई भतीजों को आपने सुना होगा, लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के सियासी मैदान में भतीजे और भतीजियों ने चाचा से मुकाबला किया। इसके अलावा पति-पत्नी, जीजा-साली, देवर-भाभी और भाई-भाई, पिता-पुत्री ने भी एक दूसरे को टक्कर दी। करीब 47 दिन चले इस सियासी गृहयुद्ध के परिणाम सामने आ रहे हैं। जानिए, कौन किसे टक्कर दे रहा है। 


इन सीटों पर रिश्तेदार ही रिश्तेदारों को हराएंगे


सीट क्रमांक       विधानसभा सीट    भाजपा प्रत्याशी        कांग्रेस प्रत्याशी       अन्य दल          परिणाम\रुझान

36                      दांतारामगढ़      गजानंद कुमावत         वीरेंद्र सिंह         डॉ. रीटा सिंह       गजानंद कुमावत आगे

65                     अलवर ग्रामीण       जयराम जाटव         टीकाराम जूली      मीना कुमारी      टीकाराम जूली आगे

79                       धौलपुर            डॉ. शिवचरण कुशवाहा  शोभारानी कुशवाह     --                 शोभारानी कुशवाह आगे

11                       भादरा                  संजीव बेनीवाल          अजीत सिंह बेनीवाल  ---                  संजीव आगे

31                      खेतड़ी                  धर्मपाल गुर्जर              मनीषा गुर्जर           ---                धर्मपाल गुर्जर आगे

109                    नागौर                     डॉ. ज्योति मिर्धा           हरेंद्र मिर्धा            ---                   हरेंद्र मिर्धा  

दातांरामगढ़: पति-पत्नी एक ही सीट पर लड़े

सीकर जिले की दातांरामगढ़ सीट पर कांग्रेस से मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह चुनाव लड़े। वहीं, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से उनकी पत्नी डॉ. रीटा सिंह ने उन्हें टक्कर दी थी। वह जेजेपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी हैं। 


अलवर ग्रामीण: बेटी ने पिता को दी थी चुनौती

अलवर जिले की इस सीट से भाजपा से जयराम जाटव चुनावी मैदान में उतरे थे। उनकी बेटी मीना कुमारी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। जयराम इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। 


धौलपुर: साली ने जीजा से किया मुकाबला

धौलपुर जिले की इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर शोभारानी कुशवाह ने चुनाव लड़ा। शिवचरण कुशवाह भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे। ये दोनों रिश्ते में जीजा साली लगते हैं।


 भादरा: भतीजे ने चाचा को दी टक्कर

चूरू जिले की इस सीट पर भाजपा से संजीव बेनीवाल ने चुनाव लड़ा। वहीं, कांग्रेस से उनके भतीजे अजीत बेनीवाल मैदान में उतरे थे। संजीव भाजपा से दो बार विधायक रह चुके हैं। 


खेतड़ी: चाचा या भतीजी कौन पड़ेगा भारी?

झुंझुनू जिले की इस सीट पर भाजपा से धर्मपाल गुर्जर ने चुनाव लड़ा। कांग्रेस से मनीषा गुर्जर ने उन्हें टक्कर दी थी। दोनों रिश्ते में चाचा और भतीजी लगते हैं। 


नागौर: चाचा-भतीजी में कौन मारेगा बाजी

नागौर जिले की इस सीट पर मिर्धा परिवार के दो सदस्यों में मुकाबला हुआ था। पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने भाजपा से चुनाव लड़ा। वहीं, उनके चाचा हरेंद्र मिर्धा कांग्रेस से चुनावी मैदान में थे।  

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