भारत के समीर व पाकिस्तान की जावरिया खानम की प्रेम कहानी, पढ़ें- कहां हुई मुलाकात, कैसे इश्क चढ़ा परवान |
पाकिस्तान की जावरिया खानम अब भारत की बहू बनेंगी। कोलकाता के रहने वाले समीर खान और कराची की जावरिया की मुलाकात जर्मनी में पढ़ाई के दौरान हुई थी। वहां दोनों में प्यार हुआ और उन्होंने शादी के बारे में फैसला लिया। वर्ष 2018 में दोनों की सगाई हुई थी। समीर ने कहा कि जावरिया से मिलकर मेरा सपना पूरा हो गया है।
करीब साढ़े पांच साल पहले मैंने अपनी मां के मोबाइल फोन में जावरिया की तस्वीर देखी थी। तब मां से पूछा कि यह कौन है। मां ने बताया कि यह कराची के उनके एक रिश्तेदार अजमत इस्माइल खान की बेटी है। उसी वक्त उन्होंने अपनी मां से कह दिया कि वह जावरिया से ही शादी करेंगे। इसके बाद पढ़ाई के दौरान उनकी जावरिया से मुलाकात हुई और बाद में दोनों में प्यार हो गया।
समीर ने बताया कि कोरोना के कारण जावरिया और मुझे जर्मनी से अपने-अपने देश लौटना पड़ा। पाकिस्तान से जावरिया के परिवार से कोई नहीं आया है। समीर के पिता अहमद कमाल कोलकाता के बड़े कारोबारी हैं।
अटारी सीमा के रास्ते भारत पहुंचीं
मंगलवार को जावरिया अटारी सीमा के रास्ते अमृतसर पहुंचीं। यहां उनके मंगेतर समीर खान यूसुफजई और ससुर अहमद कमाल खान यूसुफजई ने उनका स्वागत किया। पाकिस्तान के कराची निवासी अजमत इस्माइल खान की 21 वर्षीय बेटी जावरिया खानम 45 दिन के वीजा पर भारत पहुंचीं हैं।
दोनों अमृतसर एयरपोर्ट से कोलकाता जा चुके हैं। जहां अगले वर्ष छह जनवरी को दोनों की शादी होगी। इससे पहले जावरिया खानम को भारत सरकार ने दो बार वीजा देने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार मकबूल अहमद वसी कादियां ने उनकी मदद की। उनके प्रयासों से जावरिया को वीजा मिल सका।