मणिपुर जैसी घटना ममता राज में भी पर वे चुप
घटना 19 जुलाई की बताई जा रही है और 22 जुलाई यानी आज यह वीडियो सामने आया है। वीडियो में महिलाओं के एक समूह ने 2 महिलाओं को घेरकर उनके ना सिर्फ बाल खींचे बल्कि चप्पलों से उनकी पिटाई भी की और उनके कपड़े भी फाड़ दिए।
मणिपुर (Manipur) में हुई घटना से सहना हुआ देश एक और घटना से आहत हो गया है। दरअसल पश्चिम बंगाल (West Bangal) में लगातार दूसरे दिन महिलाओं के साथ अभद्रता की घटना सामने आई है। पश्चिम बंगाल के मालदा में भीड़ ने दो महिलाओं की पिटाई कर उन्हें अर्धनग्न कर दिया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
घटना 19 जुलाई की बताई जा रही है और 22 जुलाई यानी आज यह वीडियो सामने आया है। वीडियो में महिलाओं के एक समूह ने 2 महिलाओं को घेरकर उनके ना सिर्फ बाल खींचे बल्कि चप्पलों से उनकी पिटाई भी की और उनके कपड़े भी फाड़ दिए।बीजेपी नेता अमित मालवीय (Amit Malvia) के अनुसार यह घटना मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के पास पाकुआ हाट इलाके की है। जिनकी मारपीट हुई वह दोनों महिलाएं आदिवासी है। साथ ही अमित मालवीय का आरोप है कि जिस समय यह घटना हो रही थी उस समय स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी खड़ी थी।
हालाकि अब तक पुलिस द्वारा कोई आधिकारिक बयान नही आया है।पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ अभद्रता का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले पंचायत चुनाव में भी हिंसा के दौरान एक महिला प्रत्याशी के साथ इसी तरह की की हिंसा हो चुकी है। पीड़िता द्वारा दर्ज की एफआईआर में टीएमसी के उम्मीदवार और अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इस घटना के बाद सवाल उठते हैं कि आखिर मणिपुर में हुए हिंसा पर बोलने वाली ममता बनर्जी अपने राज्य में हो रही घटनाओं के लिए आंखें मूंदे क्यों बैठी है। राज्य में बढ़ती हिंसा और अभद्रता को नजरअंदाज क्यों करते हैं। क्या ममता बनर्जी को सिर्फ राजनीति करने के लिए मुद्दे नजर आते हैं। इससे पहले पंचायत चुनाव के समय हुई घटना के लिए भी उनसे जवाब मांगा गया पर उस पर भी वह मौन है।