शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हैं, प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश की जेल से भागे 518 कैदी
नई दिल्ली। बांग्लादेश में छात्रों के प्रदर्शन के हिंसक रूप ले लिया है। इसी के चलते स्थिति इतनी खराब हो गई कि शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और बांग्लादेश से भाग कर भारत पहुंच गई है। बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने शेर पुर जेल में हमला किया फिर वहां की जेल में कैदी के गेट खोल दिए। उसके बाद जेल से 518 कैदी भागे निकले हैं।
बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है और शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हैं। प्रदर्शनकारियों ने चटगांव में छह पुलिस थानों में तोड़फोड़ और आगजनी की। प्रदर्शनकारी पुलिस थानों से हथियार भी लूट ले गए। प्रदर्शनकारी आवामी लीग के नेताओं और अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं। वहीं बांग्लादेश में जारी बवाल को शांत करने के लिए सेना प्रमुख आज प्रदर्शनकारियों के नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
बांग्लादेश में जिन विरोध प्रदर्शनों के चलते शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा, उनके पीछे नाहिद इस्लाम का नाम बताया जा रहा है। नाहिद समाजशास्त्र का छात्र और छात्र नेता है। नाहिद इस्लाम को अक्सर बांग्लादेशी ध्वज को अपने माथे पर बांधे देखा जाता है। बांग्लादेश के युवाओं में नाहिद इस्लाम की अच्छी पकड़ है। नाहिद इस्लाम ने शुरुआत में आरक्षण के विरोध में छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया और बाद में इसी आंदोलन के चलते बांग्लादेश में सरकार गिर गई।