देहरादून के वनीता आश्रम से जुड़ी है बापू की यादें ! जानें?

Update: 2023-10-02 02:18 GMT

देहरादून। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्तूबर को उन्हें देशभर में याद किया जाता है। उनके योगदान को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए जाते हैं। उत्तराखंड में भी बापू की यादें जिंदा हैं। बापू गढ़वाल के देहरादून और कुमाऊं के कौसानी आए थे। देहरादून में उन्होंने वर्तमान तिलक रोड स्थित बाल वनिता आश्रम का उद्घाटन किया था। 



देहरादून की जाए तो वर्ष 1929 में बापू यहां आये थे। आज के मसीही ध्यान केंद्र राजपुर और पुराने मानव भारती विद्यालय में बापू आये थे। वहां उनका भव्य स्वागत किया गया था। उस वक्त राजपुर रोड स्थित मानव भारती विद्यालय में उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया था। उन्होंने यहां पीपल का एक पौधा रोपा था, जो आज विशाल वृक्ष के रूप में खड़ा है। पीपल का वृक्ष बापू की यादों को आज भी जिंदा रखे हुए है। 


मसीही ध्यान केंद्र परिसर में मौजूद इस वृक्ष के प्रति वहां जाने वाले लोग बड़ी श्रद्धा रखते हैं। वृक्ष के साथ फोटो खिंचवाकर लोग बापू की यादें अपने साथ ले जाते हैं। उसी दिन बापू ने राजपुर में जनसभा को भी संबोधित किया था। दूसरे दिन बापू ने तिलक रोड स्थित बाल वनिता आश्रम का उद्घाटन किया था। आश्रम आज भी तिलक रोड पर मौजूद है। बापू ने यहां भी जनसभा को संबोधित किया था।

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