IPL 2025: अजीब वानखेड़े पिच ने मुंबई इंडियंस की रणनीति को दिया फायदा
220-230 का स्कोर भी मुश्किल लगने लगा था और समय बीतने के साथ 175 रन भी अच्छा स्कोर माना जाने लगा।;
वानखेड़े स्टेडियम की पिच से इस बार वही उम्मीद थी कि रनबारी होगी और स्कोर 300 के आसपास पहुंचेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। पहले ओवर के बाद ही साफ हो गया था कि यह अनुमान हकीकत से काफी दूर था। 220-230 का स्कोर भी मुश्किल लगने लगा था और समय बीतने के साथ 175 रन भी अच्छा स्कोर माना जाने लगा।
सनराइजर्स हैदराबाद की टीम अंततः 162 रन पर सिमट गई। अगर 18वें और 20वें ओवर में तेजी से रन नहीं बनते, तो टीम 150 रन तक भी नहीं पहुंच पाती। मुंबई इंडियंस ने अपने गेंदबाजों के जरिये सनराइजर्स के बल्लेबाजों की तेजी पर रोक लगाने में सफलता हासिल की।
यह वही टीम थी जिसने पिछले मुकाबले में 245 रन का लक्ष्य हासिल किया था और राजस्थान के खिलाफ 300 के आंकड़े के करीब पहुंची थी। लेकिन मुंबई इंडियंस ने रणनीति से सनराइजर्स के आक्रामक बल्लेबाजों को रोकने के लिए जाल बिछाया।
सनराइजर्स के कप्तान पैट कमिंस ने भी माना कि पिच उतनी आसान नहीं थी जितनी उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि कुछ रन कम बने और बल्लेबाजी वैसी नहीं हो पाई जैसी वानखेड़े पर आमतौर पर होती है।
वानखेड़े की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के लिए मददगार मानी जाती है, लेकिन इस मैच में पिच में नमी थी, जिससे गेंद रुककर आ रही थी और स्पिन भी हो रही थी। बल्लेबाजों के लिए स्ट्रोक खेलना मुश्किल हो गया था। ट्रैविस हेड जैसे आक्रामक बल्लेबाज भी मुश्किल में नजर आए और 29 गेंदों में केवल 28 रन ही बना सके। उनका स्ट्राइक रेट बेहद कम रहा।
सनराइजर्स के कोच डैनियल विटोरी ने कहा कि मुंबई इंडियंस ने हालात को बेहतर तरीके से समझा और धीमी गेंदों का बेहतरीन इस्तेमाल किया। जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट और हार्दिक पंड्या ने बीच के ओवरों में गेंदबाजी से रन बनाने के मौके बहुत कम कर दिए।
मुंबई ने 30 धीमी गेंदें फेंकीं और केवल 30 रन दिए, जबकि सनराइजर्स ने तीन ज्यादा स्लो गेंदें फेंककर दोगुने रन लुटाए। मुंबई के गेंदबाजों ने यॉर्कर भी बेहतरीन तरीके से फेंकी। हार्दिक पंड्या ने बताया कि गेंद रुक रही थी इसलिए स्पीड में बदलाव करना कारगर साबित हुआ।
मुंबई के लिए विल जैक्स का ऑफ स्पिन भी महत्वपूर्ण रहा। उन्हें बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ लाया गया और उन्होंने तीन ओवर में केवल 14 रन देकर दो विकेट लिए।
अभिषेक शर्मा ने शुरुआत में अच्छा खेल दिखाया लेकिन दूसरे छोर से उन्हें ज्यादा समर्थन नहीं मिला। नितीश रेड्डी और हेनरिक क्लासेन ने कोशिश की, लेकिन रन गति बढ़ाना आसान नहीं था। 18वें और 20वें ओवर में कुछ बड़े शॉट लगे लेकिन सनराइजर्स की टीम आमतौर पर इससे ज्यादा आक्रामक प्रदर्शन करती है।
जब मुंबई इंडियंस बल्लेबाजी के लिए उतरी, तब तक पिच की नमी काफी हद तक खत्म हो चुकी थी और रन बनाना आसान हो गया था। यह स्थिति मुंबई इंडियंस की योजना के मुताबिक रही और उन्होंने चार विकेट से जीत दर्ज की। लगातार दूसरी जीत के साथ टीम का अभियान अब पटरी पर आता दिख रहा है।