नागरिकता पर विवाद: अदनान सामी और फवाद हुसैन के बीच तीखी नोकझोंक, जानें अदनान का अतीत
पहलगाम आतंकी हमले के बाद उठा सवाल;
नई दिल्ली (राशी सिंह)। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें 28 लोग मारे गए, भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के निर्देश दिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि 27 अप्रैल की समय सीमा के बाद कोई भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में न रहे। इस फैसले के बीच, सोशल मीडिया पर गायक अदनान सामी को लेकर सवाल उठाया गया — क्या उन्हें भी पाकिस्तान वापस भेजा जाएगा?
फवाद हुसैन का तंज और अदनान सामी का पलटवार
पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक ट्वीट कर पूछा, "अदनान सामी के बारे में क्या?" इस पर अदनान सामी ने करारा जवाब दिया, "इस अनपढ़ बेवकूफ को कौन बताएगा!" उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह 2016 में भारतीय नागरिकता प्राप्त कर चुके हैं और पाकिस्तान से उनका कोई लेना-देना नहीं रहा। फवाद हुसैन ने आगे कहा कि अदनान लाहौर से हैं, जिसे गायक ने तुरंत खंडित करते हुए कहा कि उनकी जड़ें पेशावर से हैं। अदनान ने ट्वीट किया, "यह सोचना कि आप सूचना मंत्री थे और आपको किसी भी जानकारी का ज्ञान नहीं है... और आप विज्ञान मंत्री भी थे? क्या यह बकवास का विज्ञान था?"
सोशल मीडिया पर ट्रोल्स को भी दिया जवाब
फवाद के अलावा, कई पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूजर्स ने अदनान सामी की नागरिकता पर तंज कसा। एक यूजर ने लिखा, "अदनान भाई, आप पाकिस्तान मत आओ।" इस पर सामी ने चुटीले अंदाज में जवाब दिया, "हां... अभी उनके करीब वो धमाकेदार जानकारी आपको उड़ती हुई आई है!! आपको लिफ्ट कराके देंगे!! मजे लें।" कई लोगों ने अदनान को "पाकिस्तानी एजेंट" भी कहा, लेकिन गायक ने लगातार धैर्य और हास्य के साथ जवाब दिया, अपने भारतीय नागरिक होने पर गर्व व्यक्त करते हुए।
अदनान सामी का भारत से जुड़ाव
अदनान सामी ने 2016 में भारतीय नागरिकता प्राप्त की थी। इस प्रक्रिया में उन्हें लगभग 18 साल लगे, और वे डेढ़ साल तक "राज्यविहीन" रहे। उनका जन्म इंग्लैंड में पाकिस्तानी माता-पिता के घर हुआ था और वहीं से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की थी। अदनान ने कई बार कहा है कि पाकिस्तान में उन्हें और उनके परिवार को खतरा महसूस होता था, जिससे उन्हें भारत में स्थायी रूप से बसने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने पहले भी स्पष्ट किया है कि उनका भारत आने का फैसला राजनीतिक नहीं था बल्कि व्यक्तिगत सुरक्षा और जीवन की गुणवत्ता से जुड़ा था। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था, "मैं एक संगीतकार हूं, राजनीतिज्ञ नहीं।"
धर्म परिवर्तन की ट्रोलिंग पर अदनान का जवाब
2017 में एक साक्षात्कार में, अदनान ने बताया था कि पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें धर्म बदलने तक की सलाह दी थी। इस पर गायक ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी, "वे कौन होते हैं मुझे बताने वाले कि मुझे अपना धर्म बदलना चाहिए? भारत में पाकिस्तान से ज्यादा मुसलमान हैं। पाकिस्तान इस्लाम का ठेकेदार नहीं है। देश बदलने का मतलब धर्म बदलना नहीं होता।"
अदनान सामी का संगीत करियर
अदनान सामी का करियर तीन दशकों से भी अधिक समय तक फैला है। उन्होंने "लिफ्ट करा दे", "कभी तो नजर मिलाओ", "तेरा चेहरा", "भर दो झोली मेरी" जैसे कई हिट गाने दिए हैं। उनका दूसरा स्टूडियो एल्बम "तेरा चेहरा" अक्टूबर 2002 में रिलीज हुआ था, जिसे आज भी खूब सराहा जाता है। उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों जैसे लकी: नो टाइम फॉर लव, धमाल, 1920, चांस पे डांस, खूबसूरत, और शौर्य के लिए भी संगीत तैयार किया है। "कभी नहीं" गाने में अमिताभ बच्चन ने अभिनय किया था, जो बेहद लोकप्रिय रहा।