2023-24 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है.

Update: 2023-09-01 09:15 GMT

2023-24 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है. इस संबंध में एनएसओ ने आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि पिछले साल की समान तिमाही में 13.1 फीसदी की गिरावट आई थी, जबकि इस साल अप्रैल से जून तिमाही में जीडीबी दर 7.8 फीसदी रही है. बता दें कि सरकारी आंकड़ों में पहले से ही दी गई जानकारी में बताया गया था कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 4 महीनों में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा पूरे साल के लक्ष्य का 33.9 फीसदी तक पहुंच गया है. गुरुवार को लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से जुलाई के अंत तक राजकोषीय घाटे का वास्तविक संदर्भ 6.06 करोड़ रुपये था। पिछले वर्ष की इसी अवधि में राजकोषीय घाटा कुल बजट अनुमान का 20.5 प्रतिशत था।

चालू वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में सरकार ने राजकोषीय घाटे को सकल उत्पाद (जीडीपी) के 5.9 प्रतिशत पर लाने का अनुमान लगाया था. पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 फीसदी था, जबकि शुरुआती अनुमान 6.71 फीसदी था. सरकार की आय और व्यय के अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है. इस सरकार की कुल उधारी को बताना जरूरी है.

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