नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर कांग्रेस का विरोध

Update: 2023-08-16 13:19 GMT

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम अब आधिकारिक तौर पर पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी कर दिया गया है। नेहरू मेमोरियल का नाम बदले जाने पर अब कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया आई है. नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. बुधवार, 16 अगस्त को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, 'आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिला। विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और लाइब्रेरी (एनएमएमएल), अब प्रधान मंत्री मेमोरियल संग्रहालय और लाइब्रेरी (पीएमएमएल) बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी के पास भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं का एक बड़ा पिटारा है। खासतौर पर तब जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवारत प्रधानमंत्री की हो। उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को अस्वीकार करना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है। उन्होंने आगे लिखा कि वह एन को मिटा रहे हैं और उसकी जगह पी शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं. लगातार हमले के बावजूद जवाहर लाल नेहरू की विरासत दुनिया के सामने जिंदा रहेगी और वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देते रहेंगे। यही नहीं कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी बीजेपी पर हमला बोला.

एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा की , ''यह एक कुंठित मानसिकता के अलावा और कुछ नहीं है. पंडित जवाहरलाल नेहरू पहले प्रधान मंत्री थे. उनके नाम पर एक संस्था का नाम रखा गया था और उनके कार्यकाल को प्रतिबिंबित करने के लिए एक संग्रहालय बनाया गया था. यह भी कहा कि अगर आप (केंद्र) अन्य प्रधानमंत्रियों पर एक संस्था बनाना चाहते थे, आप ऐसा कर सकते थे। लेकिन अगर आप किसी चीज को दबाते हैं या हटाते हैं, तो इसका मतलब है कि आपका मकसद कभी विरोध नहीं था, बल्कि भारत के स्वर्णिम इतिहास को दबाने का प्रयास था। इतना ही नहीं, संजय राउत उद्धव ठाकरे गुट के सांसद ने कहा कि उनके पास और क्या बचा है?

उन्होंने ये भी कहा आप इमारत का नाम तो बदल सकते हैं लेकिन इतिहास के पन्नो में दर्ज पंडित नेहरू का नाम नहीं बदल सकते. महात्मा गांधी द्वारा रचा गया इतिहास आप नहीं बदल सकते पंडित. नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सावरकर। आप उनके जैसा इतिहास नहीं बना सकते, इसलिए आप नाम बदल रहे हैं।

इस बीच इसके जवाब में बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और जयराम रमेश तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच में बुनियादी अंतर है. वे (कांग्रेस) सोचते हैं कि केवल नेहरू जी और परिवार ही मायने रखते हैं।'

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