'संभल के सच' पर अखिलेश ने यूपी सरकार को घेरा! जानें क्या-क्या लगाए आरोप?
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने संभल की घटना को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल संभल जाकर स्थानीय लोगों से बात करना चाहता था लेकिन सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। पुलिस ने पहले रोका और बाद में दबाव बढ़ने पर अनुमति दी।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि पहली बार रोकने के पीछे सरकार की मंशा सच छिपाने की थी। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दबाव बनाया जा रहा है। पूजा स्थल अधिनियम, 1991 के अनुसार सर्वेक्षण की आवश्यकता नहीं थी, फिर भी जल्दबाजी में सर्वेक्षण कराया गया, जो एक साजिश का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जानबूझकर गोलीबारी की, जिससे लोगों की जान गई। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तार किए गए लोगों को बुरी तरह पीटा गया और सरकार के अनुसार बयान देने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अधिकारियों पर ऐसा कौन सा दबाव है, जो वे अलोकतांत्रिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। उनके प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद अधिकारियों को निलंबित किया गया लेकिन यह निलंबन भी जाति के आधार पर किया गया, जो बेहद निंदनीय है।