फ्लिपकार्ट करेगी 'रिवर्स फ्लिप', सिंगापुर से भारत लाएगी मुख्यालय, जानें कैसे IPO की तैयारी में उठाया बड़ा कदम
ग्राहकों और साझेदारों के लिए मजबूत फोकस;
नई दिल्ली (राशी सिंह)। वॉलमार्ट समूह की स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट ने घोषणा की है कि वह अपनी होल्डिंग कंपनी का मुख्यालय सिंगापुर से भारत स्थानांतरित करेगी। यह निर्णय कंपनी की संभावित सार्वजनिक लिस्टिंग (IPO) की दिशा में एक अहम क़दम माना जा रहा है।
रिवर्स फ्लिपिंग का बढ़ता चलन
फ्लिपकार्ट उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल हो गई है जो हाल के वर्षों में ‘रिवर्स फ्लिपिंग’ कर भारत लौटी हैं। इससे पहले फोनपे, रेजरपे, ग्रो और ज़ेप्टो जैसी कंपनियां भी अपना मुख्यालय या मूल इकाई भारत स्थानांतरित कर चुकी हैं।
फ्लिपकार्ट का बयान: भारत के प्रति गहरी प्रतिबद्धता
कंपनी ने एक बयान में कहा, "यह रणनीतिक निर्णय भारत और इसके उल्लेखनीय विकास के प्रति हमारी गहरी और अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" प्रवक्ता के अनुसार, यह बदलाव फ्लिपकार्ट की तकनीक और नवाचार-संचालित क्षमताओं को भारत के विशाल डिजिटल परिवर्तन के साथ जोड़ता है। फ्लिपकार्ट के अनुसार, "भारत में जन्मी और पली-बढ़ी कंपनी के रूप में, यह परिवर्तन हमारे ग्राहकों, विक्रेताओं, भागीदारों और समुदायों की सेवा करने में हमारे फोकस और चपलता को और मजबूत करेगा, ताकि हम देश की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और उद्यमिता में योगदान देना जारी रख सकें।"
अन्य कंपनियों का ट्रेंड भी प्रेरक
-फोनपे ने 2022 में भारत वापसी की और इसके निवेशकों ने इस प्रक्रिया में लगभग 8,000 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया।
-ग्रो ने अपनी मूल इकाई को डेलावेयर से बेंगलुरु स्थानांतरित किया, जिसके लिए उसे करीब 1,340 करोड़ रुपये का कर देना पड़ा।
-ज़ेप्टो ने इसी साल की शुरुआत में रिवर्स मर्जर के ज़रिए यह प्रक्रिया पूरी की।
-रेजरपे अधिवास परिवर्तन की प्रक्रिया में है और एक सार्वजनिक इकाई बनने की दिशा में अग्रसर है।
भारत में अनुकूल माहौल और IPO का विस्तार
रिवर्स फ्लिपिंग की बढ़ती प्रवृत्ति भारत में IPO बाज़ार के विस्तार, व्यापार करने में आसानी और विनियामक ढांचे में सुधार को दर्शाती है। 2024 में ओला इलेक्ट्रिक और स्विगी जैसे स्टार्टअप्स की लिस्टिंग के बाद, कई अन्य कंपनियां भी इस राह पर आगे बढ़ रही हैं।