पीएम मोदी ने 3rd वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट को किया संबोधित, कहा- ग्लोबल साउथ DPI में तेजी लाने के लिए हमने सोशल इंपैक्ट फंड बनाया
नई दिल्ली। भारत की मेजबानी में आज शनिवार को तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट की शुरुआत हुई, जिसमें बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस भी शामिल हुए। यह शिखर सम्मेलन वर्चुअली आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट को संबोधित करते हुए बताया कि ग्लोबल साउथ, DPI में तेजी लाने के लिए हमने सोशल इंपैक्ट फंड बनाया है। भारत इसमें 25 मिलियन डॉलर का शुरुआती योगदान करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की ओर से 'थर्ड वॉइस ऑफ ग्लोबल समिट' में आपका स्वागत है। पिछले दो समिट में मुझे आपमे से कई साथियों के साथ मिलकर काम करने का अवसर मिला। मुझे खुशी है कि इस वर्ष भारत में आम चुनाव के बाद एक बार फिर आप लोगों के साथ जुड़ने का अवसर मिल रहा है। 2022 में जी20 समिट में हमने संकल्प लिया था कि हम जी20 को एक नया स्वरूप देंगे। थर्ड वॉइस ऑफ ग्लोबल समिट एक ऐसा मंच बना जहां हमने विकास संबंधित और प्राथमिकताओं पर खुलकर चर्चा की। एक समावेशी और विकास केंद्रित अप्रोच से जी20 को आगे बढ़ाया। आज हम ऐसे समय में मिल रहे हैं जब चारों ओर अनिश्चितता का माहौल है। दुनिया अभी तक कोविड के प्रभाव से पूरी तरह से बाहर नहीं निकल पाई है। दूसरी ओर युद्ध की स्थिति ने हमारी विकास की यात्रा के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ के सभी देशों के साथ अपने अनुभव और क्षमताएं साझा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले कुछ वर्षों में आधारभूत संरचना, डिजिटल और ऊर्जा कनेक्टिविटी से हमारे आपसी सहयोग को बढ़ावा मिला है। हमें खुशी है कि ग्लोबल साउथ के 12 पार्टनर के साथ इंडिया स्टैक साझा करने संबंधित समझौते हो चुके हैं। ग्लोबल साउथ, DPI में तेजी लाने के लिए हमने सोशल इंपैक्ट फंड बनाया है। भारत इसमें 25 मिलियन डॉलर का शुरुआती योगदान करेगा।