पाकिस्तान ने 24-25 अप्रैल के बीच कराची तट से सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण की अधिसूचना जारी की, भारत सतर्क
पाकिस्तान का मिसाइल परीक्षण और भारत-पाक तनाव: आतंकवादी हमले के बाद क्षेत्रीय हालात में उबाल;
नई दिल्ली (राशी सिंह)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले में 28 निर्दोष लोगों की जान गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। अब इस घटनाक्रम के बीच पाकिस्तान ने 24-25 अप्रैल के बीच अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर कराची तट से सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण की अधिसूचना जारी की है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारत की संबंधित एजेंसियां इस परीक्षण को लेकर सतर्क हैं और स्थिति पर कड़ी नज़र बनाए हुए हैं। मिसाइल परीक्षण की योजना ऐसे समय में सामने आई है जब भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में कई कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं।
हमले की दहशत और आरोप
बर्फ से ढके बैसरन घास के मैदान, जो पर्यटकों के लिए शांत और सुरक्षित स्थल माना जाता था, अब आतंक का पर्याय बन गया है। हमले के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उग्रवादियों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी और उन्होंने पीड़ितों से उनके नाम पूछे और इस्लामी आयतें सुनाने को कहा। जो ऐसा नहीं कर सके, उन्हें नज़दीक से गोली मार दी गई। माना जा रहा है कि हमले को अंजाम देने वाले कम से कम पांच आतंकवादी थे, जिनमें तीन पाकिस्तानी और दो स्थानीय शामिल थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय आतंकवादी 2018 में पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेकर लौटे थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और चेतावनी
इस्लामाबाद ने किसी भी आतंकी संलिप्तता से इनकार किया है और भारत के कदमों की निंदा करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई है, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख और वरिष्ठ मंत्री शामिल होंगे। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस बैठक का समय वर्तमान स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। एक अन्य पाकिस्तानी मंत्री ने सार्वजनिक रूप से चेतावनी दी कि “झूठे झंडे के बहाने किसी दुस्साहस के गंभीर परिणाम होंगे।”
क्षेत्रीय चिंता और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण
सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी सैन्य विमानों की नियंत्रण रेखा के पास बढ़ती गतिविधियों की खबरें हैं, जिसे लेकर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। कुछ इसे शक्ति प्रदर्शन तो कुछ संभावित सैन्य तैयारी के रूप में देख रहे हैं। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में हुआ सबसे घातक आतंकी हमला है। तब भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला किया था। वर्तमान में हालांकि भारत ने सैन्य कार्रवाई नहीं की है, लेकिन स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि किसी भी गलत अनुमान से दोनों परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच तनाव खतरनाक मोड़ ले सकता है।