ISRO ने रचा इतिहास, धरती की निगरानी के लिए ईओएस-08 का हुआ सफल प्रक्षेपण
नई दिल्ली। धरती की निगरानी के लिए ईओएस-8 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज सुबह सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। इस रॉकेट के अंदर नया अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-8 लॉन्च किया गया है। एक छोटा सैटेलाइट SR-0 DEMOSAT भी पैसेंजर सैटेलाइट भी रॉकेट से साथ भेजा गया है। दोनों सैटेलाइट्स धरती से 475 km की ऊंचाई पर एक गोलाकार ऑर्बिट में चक्कर लगाएंगे।
एसएसएलवी-डी3-ईओएस-08 मिशन में ले जाए गए उपग्रहों का वजन 175.5 किलोग्राम है। ईओएस-08 मिशन के उद्देश्यों में माइक्रोसेटेलाइट को डिजाइन और विकसित करना शामिल है।
एसएसएलवी-डी3/ईओएस-08 मिशन की तीसरी और अंतिम विकासात्मक उड़ान लॉन्च होने पर ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि नियमित रॉकेट की तुलना में इसका डिज़ाइन बहुत सरल है। संपूर्ण नेविगेशन प्रक्रिया अलग है। एसएसएलवी का संपूर्ण आर्किटेक्चर और डिज़ाइन अलग है। हमने सभी समस्याओं का समाधान किया, दो सफल मिशन बनाए और विकास कार्यक्रम पूरा किया। गगनयान मिशन तैयार हो रहा है और हम लॉन्च के लिए दिसंबर महीने का लक्ष्य बना रहे हैं।
अंतरिक्ष यान निदेशक अविनाश ने कहा कि EOS-08 उपग्रह में कई नई तकनीकें हैं जो हमें बस कॉन्फिगरेशन को बेहतर बनाने में मदद करेंगी। हम अधिक पेलोड द्रव्यमान, अधिक डेटा भंडारण क्षमता, अधिक बिजली उत्पादन ले जाने में सक्षम होंगे। हम 18 से अधिक नई तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। यहाँ प्रदर्शन करने के बाद, हम इसका उपयोग बड़े अंतरिक्ष यान में भी करेंगे।