INS सूरत से मिसाइल परीक्षण सफल, भारतीय नौसेना ने दिखाई सामरिक शक्ति, AIKEYME अभ्यास भी सफलतापूर्वक सम्पन्न
यह आत्मनिर्भर भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है;
नई दिल्ली (राशी सिंह)। भारतीय नौसेना ने हाल ही में समुद्री सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण सफलताएं हासिल की हैं। एक ओर जहां नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक INS सूरत ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MR-SAM) का सफल परीक्षण किया, वहीं दूसरी ओर भारतीय नौसेना के जहाजों ने AIKEYME अभ्यास के पहले संस्करण को भी सफलतापूर्वक पूरा किया।
INS सूरत का सफल परीक्षण
INS सूरत ने अरब सागर में एक तेज, कम ऊंचाई पर उड़ने वाले लक्ष्य को सफलतापूर्वक मार गिराया। यह परीक्षण लाइव ऑपरेशनल कंडीशंस में किया गया और इसे एक सटीक सहयोगात्मक कार्रवाई के रूप में अंजाम दिया गया। यह मिसाइल प्रणाली भारत और इजराइल द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है, जिसकी मारक क्षमता 70 किलोमीटर है और यह सतह से सतह और हवाई खतरों को प्रभावी रूप से नष्ट करने में सक्षम है।
भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक INSSurat ने समुद्र में लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाकर रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर हासिल किया। यह आत्मनिर्भर भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।"
INS सूरत, प्रोजेक्ट 15B के तहत निर्मित चौथा और अंतिम विध्वंसक जहाज है। यह विश्व के सबसे बड़े और परिष्कृत विध्वंसकों में से एक है, जिसमें 75% स्वदेशी सामग्री है। इसमें उन्नत हथियार-सेंसर सिस्टम और नेटवर्क-केंद्रित युद्ध क्षमताएं शामिल हैं।
इस परीक्षण का समय भी उल्लेखनीय था, क्योंकि यह पाकिस्तान द्वारा अरब सागर में घोषित मिसाइल परीक्षण से ठीक पहले किया गया। पाकिस्तान ने हाल ही में नो-फ्लाई जोन घोषित करते हुए 24-25 अप्रैल के बीच मिसाइल परीक्षण की सूचना दी थी। यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी और जिसकी जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी TRF ने ली थी। इस हमले के बाद भारत में सुरक्षा सतर्कता काफी बढ़ा दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की एक आपात बैठक भी हुई, जिसमें सीमा पार गतिविधियों और सुरक्षा स्थितियों की समीक्षा की गई। समिति ने हमले की निंदा करते हुए पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
AIKEYME अभ्यास का सफल समापन
इस बीच, भारतीय नौसेना के दो जहाज, INS चेन्नई और INS केसरी, AIKEYME अभ्यास के पहले संस्करण को पूरा कर 19 अप्रैल को दार एस सलाम से रवाना हुए। यह अभ्यास तंजानिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स (TPDF) के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। भारतीय नौसेना ने इस मौके पर एक पोस्ट में कहा, "AIKEYME अभ्यास के पहले संस्करण के सफल समापन को चिह्नित करते हुए, भारतीय नौसेना के जहाज INSChennai और INSKesari दार एस सलाम से रवाना हुए।"
इस अवसर पर RAdm एआर हसन (TPDF कमांडर) और Cmde अग्यपाल सिंह (DA India) ने बंदरगाह पर समारोह में भाग लिया। अभ्यास के समापन समारोह में मेजर जनरल गगुती, प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, और कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को भी बल मिला।