गर्मियों में पपीता सेहत का मीठा साथी, जानें अनेक फायदे
आपके शरीर को ठंडक, पोषण और सुरक्षा दे सकता है, तो वो है पपीता;
नई दिल्ली। गर्मी का मौसम अपने साथ चिलचिलाती धूप और लू जैसी कई परेशानियां लेकर आता है। ऐसे समय में अगर कोई फल बिना ज़्यादा खर्च किए आपके शरीर को ठंडक, पोषण और सुरक्षा दे सकता है, तो वो है पपीता। यह आम सा दिखने वाला फल अपने अंदर सेहत के असाधारण खजाने को छुपाए होता है।
शरीर को देता है ठंडक और नमी
गर्मियों में शरीर से पानी बहुत तेजी से निकलता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। पपीता इसमें आपके शरीर को राहत देता है क्योंकि इसमें पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह आपको लू से बचाने में मदद करता है और शरीर की अंदरूनी गर्मी को शांत करता है।
पाचन तंत्र का करता है सुधार
भारी और तली-भुनी चीज़ें गर्मियों में पाचन पर बुरा असर डाल सकती हैं। पपीते में मौजूद ‘पेपेन’ नामक एंजाइम पाचन को बेहतर बनाता है। साथ ही इसमें फाइबर भरपूर होता है जो पेट साफ़ रखने और गैस या कब्ज जैसी परेशानियों से राहत दिलाने में असरदार है।
बीमारियों से सुरक्षा देने वाला फल
गर्मियों में वायरल इंफेक्शन, बुखार और फूड पॉइज़निंग जैसे खतरे बढ़ जाते हैं। पपीता इनसे लड़ने में सहायक होता है क्योंकि इसमें विटामिन C, ए और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं।
त्वचा को देता है नई जान
धूप और पसीना चेहरे की चमक छीन लेते हैं, लेकिन पपीता एक नैचुरल स्किन टॉनिक की तरह काम करता है। यह त्वचा को नमी देता है, टैनिंग कम करता है और दाग-धब्बों को हल्का करने में भी सहायक होता है।
वज़न घटाने वालों की पहली पसंद
पपीता स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत हल्का भी होता है। यह पेट को देर तक भरा रखता है जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और ओवरईटिंग पर ब्रेक लगता है। लो कैलोरी और हाई फाइबर होने की वजह से यह वजन घटाने में भी मदद करता है।
आंखों को रखता है तेज़ और सुरक्षित
गर्मियों में तेज धूप आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। पपीते में मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी को बेहतर बनाता है और UV किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है।
सूजन और अंदरूनी गर्मी से राहत
पपीते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में हो रही सूजन, खासकर जोड़ दर्द या पाचन तंत्र की जलन में आराम देते हैं।
डायबिटीज वालों के लिए भी सुरक्षित
गर्मी में मीठा खाने का मन करता है लेकिन शुगर के मरीज सोच-समझकर खाते हैं। पपीता इस मामले में एक आदर्श विकल्प है क्योंकि इसका शुगर लेवल कम होता है और यह ब्लड शुगर को बढ़ाता नहीं है।
पपीता कितना और कब खाना चाहिए?
- समय - सुबह खाली पेट या दोपहर के खाने के बाद पपीता खाना सबसे लाभकारी होता है। इससे पाचन बेहतर होता है और शरीर दिनभर तरोताजा रहता है।
- मात्रा - रोजाना 100 से 150 ग्राम पपीता खाना पर्याप्त होता है। इससे अधिक मात्रा में खाने से कभी-कभी दस्त या गैस जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
- किन्हें सावधानी रखनी चाहिए - गर्भवती महिलाओं और जिनकी बॉडी ठंडी चीज़ों से जल्दी प्रभावित होती है, उन्हें डॉक्टर से सलाह लेकर ही पपीता खाना चाहिए।