भारत को पुराने दोस्त कनाडा से रिश्ते सुधरने की उम्मीद, जानिए क्या है आशा की नई किरण

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत-कनाडा संबंधों में आई खटास की वजह वहां सक्रिय उग्रवादी और अलगाववादी तत्वों को छूट दी गई थी।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-03-21 15:01 GMT

कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के पदभार ग्रहण करने के साथ, भारत ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि दोनों देशों के रिश्ते आपसी विश्वास और संवेदनशीलता के आधार पर फिर से मजबूत हो सकते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत-कनाडा संबंधों में आई खटास की वजह वहां सक्रिय उग्रवादी और अलगाववादी तत्वों को छूट दी गई थी।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच सुरक्षा एजेंसियों के स्तर पर बातचीत फिर से शुरू होने की खबरें आ रही हैं। इसके अलावा, दोनों सरकारें नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति की संभावना पर भी विचार कर रही हैं। भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव 2023 में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद बढ़ गया था।

तत्कालीन कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या में भारतीय एजेंसियों की भूमिका का आरोप लगाया था, हालांकि उन्होंने इसका कोई सबूत पेश नहीं किया। इसके चलते भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया था, जबकि कनाडा ने भी जवाबी कार्रवाई में इतने ही भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था।

कोलंबिया यूनिवर्सिटी की भारतीय पीएचडी छात्रा रंजनी श्रीनिवासन के मामले पर, जिन्होंने कथित रूप से हमास के प्रति सहानुभूति जताने के बाद अमेरिका से कनाडा में शरण ली, प्रवक्ता ने कहा कि इस विषय पर सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि न तो छात्रा ने भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास से किसी तरह की सहायता मांगी और न ही इस संबंध में कोई आधिकारिक संपर्क किया है। सरकार को सिर्फ मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए उनके अमेरिका छोड़ने और कनाडा जाने की जानकारी मिली है।

Tags:    

Similar News