अमित शाह ने तमिलनाडु सरकार पर लगाया आरोप, कहा- डीएमके के नेताओं के पास भ्रष्टाचार में मास्टर डिग्री
कोयंबटूर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। इसके साथ ही केंद्र द्वारा तमिलनाडु के साथ किसी भी तरह के अन्याय से इनकार किया है। इस प्रकार के आरोपों को ध्यान भटकाने का प्रयास करार दिया। गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2014-24 की अवधि के दौरान राज्य को 5,08,337 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केंद्र सरकार पर शिक्षा का राजनीतिकरण करने और राज्य का महत्वपूर्ण पैसा रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके अलावा स्टालिन पर परिसीमन को लेकर गलत सूचना अभियान फैलाने का आरोप लगाया और इस विषय पर अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि जब परिसीमन यथानुपात आधार पर किया जाएगा तो तमिलनाडु सहित किसी भी दक्षिणी राज्य में संसदीय प्रतिनिधित्व में कमी नहीं होगी।
तमिलनाडु में राष्ट्रविरोधी प्रवृत्ति चरम पर
बता दें राज्य में कानून-व्यवस्था की विफलता को लेकर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने यहां भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद कहा, तमिलनाडु में राष्ट्रविरोधी प्रवृत्ति चरम पर है। उन्होंने दावा किया कि ड्रग माफिया को राज्य में मादक पदार्थ बेचने की खुली छूट है और अवैध खनन माफिया यहां राजनीति को भ्रष्ट बना रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में आरोप लगाया, डीएमके के सभी नेताओं के पास भ्रष्टाचार में मास्टर डिग्री है। उन्होंने कहा कि जहां राज्य के लोग कई मुद्दों को लेकर नाराज हैं, वहीं मुख्यमंत्री और उनके बेटे (उदयनिधि) ने जनता का ध्यान भटकाने के लिए कुछ मुद्दे उठाए हैं। शाह ने इस मुद्दे पर तमिलनाडु सरकार द्वारा बुलाई गई 5 मार्च की सर्वदलीय बैठक के बारे में कहा, वे परिसीमन पर एक बैठक करने जा रहे हैं और कह रहे हैं कि हम दक्षिण के साथ कोई अन्याय नहीं होने देंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सत्ता में आएगा और यह जीत महाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा की जीत से बड़ी होगी।