भारत विरोधी रुख के चलते कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर इस्तीफे का बढ़ा दबाव
नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का भारत से लगातार पंगा लेना भारी पड़ गया है। वह किसी भी समय अपने पद से इस्तीफा दे सकते है। कयास यह लगाया जा रहा है कि वह बुधवार तक अपने पद छोड़ सकते है।
दरअसल, अपनी ही लिबरल पार्टी के घेरे में फंसे ट्रूडो पर आरोप है कि वो गिरती अर्थव्यवस्था और पार्टी के भीतर असंतोष समेत देश में बढ़ती घरेलू चुनौतियों से ध्यान भटकाने के लिए भारत के खिलाफ आरोपों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पिछले साल ही दिसंबर में कनाडा की वित्त मंत्री रहीं क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने नीतिगत टकराव के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था, जो ट्रूडो सरकार के लिए बड़ा झटका था। वो ट्रूडो के अमेरिकी टैरिफ से निपटने के तरीके और उनकी आर्थिक रणनीति पर नाराज थीं। क्रिस्टिया के इस्तीफे के बाद अब ट्रूडो पर भी पद छोड़ने का दबाव बढ़ रहा है। यहां तक की सीन केसी और केन मैकडोनाल्ड सहित कई बड़े लिबरल पार्टी के सांसदों ने ट्रूडो को सार्वजनिक रूप से पद छोड़ने को कहा है।