मेवाड़ में महावीर जयंती, बैसाखी एवं डॉ. अम्बेडकर जयंती धूमधाम से मनाई

भारतीय संविधान पर लिखी पुस्तक का लोकार्पण हुआ;

By :  Aryan
Update: 2025-04-15 08:03 GMT

गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में महावीर जयंती, बैसाखी व बाबा साहेब डा. बीआर अम्बेडकर जयंती समारोह में छात्र-छात्राओं ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रंग जमा दिया। गीत, सम्भाषण, स्लोगन व कविता पाठ कर उन्होंने महावीर जी एवं डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के आदर्शों व सत्कार्यों को रेखांकित किया। वहीं बैसाखी के नृत्य एवं गीत ने दर्शकों में नई चेतना का संचार किया। इस मौके पर भारतीय संविधान पर नये संशोधनों सहित प्रकाशित पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ।

इस मौके पर मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि सभी धर्म चाहते हैं कि समाज से वर्ण व्यवस्था व जातीय कुप्रथा समाप्त हो और समाज में अमन-चैन कायम हो। महावीर जी और डॉ. अम्बेडकर ने सदा समाज को एकजुट करने के लिए नये पंथ चलाये और दलितोद्धार के प्रयास किये। उन्होंने कहा कि जियो और जीने दो, स्वयं पर नियंत्रण रखो, सह-अस्तित्व को कायम रखो, स्वयं को शुद्ध करो और समाज को अच्छा बनाओ की कला केवल जैन धर्म में ही मिलती है। भगवान महावीर ने तमाम तकलीफें सहकर भी देश व समाज की उन्नति के लिए संघर्षरत रहने की प्रेरणा दी।

भगवान महावीर देश के हर वर्ग व समुदाय के प्रणेता हैं। महावीर के कार्यों व आदर्शों को अपनाने के लिए उनकी जीवनी पढ़ना बहुत जरूरी है। उन्होंने डॉ. अम्बेडकर के कार्यों व आदर्शों का उल्लेख किया। बताया कि कैसे सद्भावना, सम्भाव व दलितों के उद्धार के लिए बाबा साहेब ने देश के संविधान का निर्माण किया। दलितों के मसीहा बनकर उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए कड़ा संघर्ष किया।

मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने कहा कि भगवान महावीर किसी एक धर्म के नहीं बल्कि सभी धर्मों के प्रणेता हैं। उन्होंने करूणा, प्रेम व वात्सल्य के महत्व को जन-जन तक बड़ी सहजता से पहुंचाया। भगवान महावीर के उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। आज के दौर में समाज जिस हिंसा की राह पर चल निकला है, महावीर के अहिंसावादी उपदेश ही उसे रोक सकते हैं।

उन्होंने डॉ. अम्बेडकर और बैसाखी पर्व के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इससे पहले मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया एवं निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने मां सरस्वती, महावीर जी, डॉ. अम्बेडकर व भारत माता की प्रतिमाओं के समक्ष दीप जलाकर एवं पुष्प अर्पित करके समारोह की शुरुआत की। इसके बाद बी.एड, एचएसएस, बीबीए, बीसीए, एलएलबी आदि विभागों के छात्र-छात्राओं प्रियंका, प्राची, खुशी, हिमांशी, मानवी, शिप्रा एंड ग्रुप, गरिमा, मुकुल, वैश्नवी, अवनीश मिश्रा, अंशिका एंड ग्रुप, रोशन, दक्ष शर्मा, वंदना आदि ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। संचालन शुभम कटुवाल एवं गौरी त्यागी ने किया। इस अवसर पर मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के तमाम विभागों का शिक्षण स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद रहे।

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