उत्तराखंड मौसम: दून-मसूरी में आज भारी बारिश की आशंका, बद्रीनाथ और यमुनोत्री हाईवे अब भी बाधित

Update: 2023-07-25 10:03 GMT

उत्तराखंड में बादलों के बीच झमाझम बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार आज भी दून में एक से दो दौर की तेज बारिश हो सकती है। इसे लेकर येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है.

बद्रीनाथ हाईवे पर कई जगह मलबा आने से हाईवे बंद हो गया

चमोली में बद्रीनाथ हाईवे कई जगहों पर मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है. विष्णु प्रयाग में भूस्खलन के कारण छिनका और तायापुल हाईवे बंद हैं। सड़क खोलने का काम चल रहा है.

गंगोत्री हाईवे लालढांग के पास बंद हो गया है

उत्तरकाशी समेत आसपास के इलाकों में सोमवार रात बारिश हुई। फिलहाल भी यहां मौसम खराब है. गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग लालढांग भटवाड़ी के पास थिरांग, हेल्गुगाड के पास यातायात के लिए खोल दिया गया है। इसके अलावा धरासू से गंगोत्री तक सड़क यातायात फिलहाल सुचारु है।

सात जिलों के लिए यलो अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की उम्मीद है. आज देहरादून,टिहरी,चमोली,हरिद्वार,पौड़ी,नैनीताल और बागेश्वर में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।

बदरीनाथ हाईवे का 100 मीटर हिस्सा बहा, यमुनोत्री हाईवे चौथे दिन भी नहीं खुला

पहाड़ी इलाकों में बारिश के कारण सड़कें अवरुद्ध होने का सिलसिला जारी है. रविवार को, चमोली जिले के गौचर और रुद्रप्रयाग के बीच कमेड़ा में बद्रीनाथ राजमार्ग का 100 मीटर का हिस्सा सुरक्षा दीवार गिरने से ढह गया, जिससे यातायात बाधित हो गया।वहीं, उत्तरकाशी जिले में डाबरकोट के पास यमुनोत्री हाईवे मंगलवार को चौथे दिन भी नहीं खुल सका। इसके चलते पिछले तीन दिन से एक भी तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम के दर्शन पर नहीं आया है। सड़क अवरुद्ध होने के कारण स्याना चट्टी और जानकी चट्टी के बीच हाईवे पर फंसे करीब 200 तीर्थयात्रियों को त्रिखाली से ओजरी होते हुए दो किमी लंबी पैदल यात्रा के जरिए निकाला गया। वहीं, स्याना चट्टी के पास अपने वाहनों से आए 50 श्रद्धालु हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा गंगोत्री हाईवे भी करीब पांच घंटे तक अवरुद्ध रहा।

चमोली जिले में भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ हाईवे कई दिनों से अवरुद्ध होने से बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए जा रहे तीर्थयात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार रात भर हुई बारिश के बाद सोमवार सुबह रुद्रप्रयाग और गौचर के बीच बद्रीनाथ राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया। अधिकारियों के मुताबिक हाईवे खुलने में दो से तीन दिन लग सकते हैं.हाईवे बाधित होने के कारण सड़क के दोनों ओर फंसे वाहनों को रुद्रप्रयाग से पोखरी के रास्ते कर्णप्रयाग भेजा जा रहा है। इसी प्रकार, कमेड़ा और गौचर में फंसे वाहनों को कर्णप्रयाग होते हुए पोखरी-रुद्रप्रयाग मार्ग से भेजा जा रहा है। हालांकि, इसके लिए 60 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है. लेकिन, इस मार्ग के भी चौड़ीकरण के कारण जगह-जगह मलबा पड़ा हुआ है।बारिश के दौरान दलदल बन जाने से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गढ़वाल को कुमाऊं मंडल से जोड़ने वाला गैरसैंण-कर्णप्रयाग हाईवे पिछले पांच दिनों से अवरुद्ध है. कुमाऊं मंडल में चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग भी अवरुद्ध है।

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