उत्तराखंड समाचार: सीएम धामी का ड्रीम प्रोजेक्ट, उत्तराखंड में जीवंत होंगी जिम कॉर्बेट से जुड़ी यादें

Update: 2023-08-08 10:02 GMT

शिकारी से संरक्षणवादी बने जिम कॉर्बेट के व्यक्तित्व और कृतित्व से जुड़े पहलुओं से जल्द ही लोग परिचित हो सकेंगे। इसके लिए प्रदेश में जिम कार्बेट ट्रेल की स्थापना के लिए तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा और राज्य वन्यजीव बोर्ड की मंजूरी के बाद पर्यटन विभाग ने कॉर्बेट से जुड़े स्थलों को ट्रेल के रूप में विकसित करने के लिए एजेंसी का चयन कर लिया है. जल्द ही पर्यटन एवं वन विभाग कार्ययोजना को अंतिम रूप देकर इसे धरातल पर मूर्त रूप देंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले वर्ष वन्यजीव सप्ताह के अवसर पर राज्य में जिम कॉर्बेट ट्रेल की स्थापना की घोषणा की थी। बाद में यह प्रस्ताव राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में रखा गया, जिसे हरी झंडी दे दी गई। योजना के अनुसार, राज्य में विभिन्न स्थानों पर प्रसिद्ध शिकारी जिम कॉर्बेट के जीवन से संबंधित विशेष पट्टिकाएं बनाई जाएंगी. ट्रैक रूटों के नवीनीकरण के अलावा होम स्टे को बढ़ावा दिया जाएगा और नेचर गाइड तैयार किए जाएंगे।

पर्यटन विभाग और वन विभाग मिलकर काम करेंगे

योजना के मुताबिक, कॉर्बेट से जुड़े स्थानों पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से जुड़ी जानकारी देने के कदम उठाए जाएंगे, ताकि लोग इस व्यक्तित्व के बारे में जान सकें. इस पूरी पहल के पीछे सरकार की मंशा कॉर्बेट से जुड़े स्थानों को विरासत के रूप में विकसित कर विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाना है. इसे देखते हुए निर्णय लिया गया कि वन विभाग पर्यटन विभाग के सहयोग से अपनी कार्ययोजना तैयार करेगा।

कार्बेट ट्रेल की स्थापना की कार्ययोजना तैयार की जाएगी

हाल ही में आयोजित राज्य वन्यजीव बोर्ड की 19वीं बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा की गई। वन्य जीव बोर्ड के सदस्य सचिव एवं राज्य के मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा के अनुसार पर्यटन विभाग ने एक एजेंसी चिन्हित कर ली है, जो कॉर्बेट ट्रेल की स्थापना के मद्देनजर जल्द ही संबंधित स्थलों के लिए कार्ययोजना तैयार करेगी. प्रयास यह है कि इस ट्रेल को जल्द से जल्द राज्य में विकसित किया जाए।

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