वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत आधुनिक बनेंगे सरहद पर बसे गांव
देहरादून। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने चमोली जिले में चीन सीमा से सटे मलारी में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सेना और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने कहा कि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों में हमारे जवान निःस्वार्थ सेवाभाव से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं और उनके कारण हम और हमारा देश सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सरहदों पर तैनात देश के जवानों के जोश और जुनून पर हम सबको गर्व है। इस दौरान उन्होंने जवानों से उनकी समस्याओं तथा चुनौतियों के बारे में भी चर्चा की।
वहीं गुरमीत सिंह ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बसे गांवों को 'सीमा प्रहरी' बताया और कहा कि उन्हें सुरक्षित रखे बिना हम अपनी सीमाओं को सुरक्षित नहीं रख सकते। उन्होंने कहा कि 'वाइब्रेंट विलेज' योजना के अंतर्गत सीमावर्ती गांवों में पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, संचार और अन्य बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। जवानों से मुलाकात के बाद राज्यपाल बद्रीनाथ धाम पहुंचे। मंदिर में भगवान बद्री विशाल के दर्शन व पूजा करते हुए उन्होंने देश और प्रदेश की सुख समृद्धि व खुशहाली के लिए प्रार्थना की। मंदिर परिसर में बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों और तीर्थ पुरोहितों ने राज्यपाल को अंगवस्त्र, तुलसी माला एवं प्रसाद भेंट करते हुए उनका स्वागत किया।
राज्यपाल ने परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं से यात्रा व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने बद्रीनाथ में संचालित पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति के संबध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बद्रीनाथ धाम और भी दिव्य और भव्य नजर आएगा।