उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में बादल फटा, गुंजी-कालापानी को जोड़ने वाला बेली ब्रिज मलबे में दबा, सड़क भी ध्वस्त

Update: 2023-07-19 12:29 GMT

सड़क ध्वस्त होने से कालापानी से लिपुलेख तक वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. जिस स्थान पर पुल मलबे में दबा है, वह गुंजी की ओर कालापानी मंदिर से एक किलोमीटर नीचे है। उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट के बीच देर रात पिथौरागढ़ में बादल फट गया. इस बीच, गुंजी-कालापानी को जोड़ने वाला बेली ब्रिज मलबे में दब गया है, जबकि कई जगह सड़क टूट गई है. ब्रिजेश होत्याल ने बताया कि मंगलवार रात को बादल फटने से नाग पर्वत से निकलने वाले नचेटी नाले का पानी अचानक बढ़ गया. जिससे पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी आ गया.

वाहनों का परिचालन बंद

सड़क ध्वस्त होने से कालापानी से लिपुलेख तक वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. जिस स्थान पर पुल मलबे में दबा है, वह गुंजी की ओर कालापानी मंदिर से एक किलोमीटर नीचे है। घटना की जानकारी मिलने पर बीआरओ, सेना, आईटीबीपी और एसएसबी की 65 आरसीसी यूनिट के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। बीआरओ के अधिकारियों ने प्रशासन को घटना की सूचना दे दी है।

तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी

आज भी उत्तराखंड में मौसम खराब है. राजधानी देहरादून समेत कई पहाड़ी इलाकों में सुबह की शुरुआत बारिश से हुई। वहीं, मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को उत्तराखंड के सभी जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, 21 जुलाई को प्रदेश भर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और देहरादून में अलग-अलग स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 19 से 21 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. भूस्खलन संवेदनशील क्षेत्रों में सड़कों और राजमार्गों को अवरुद्ध कर सकता है।

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