आज से तीन दिवसीय श्री सिद्धबली महोत्सव, स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी, आने से पहले देख लें ट्रैफिक प्लान
सिद्धपीठ श्री सिद्धबली मंदिर में तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव शुक्रवार से शुरू हो गया है। ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 5:00 बजे पिंडी महाभिषेक के साथ धार्मिक अनुष्ठान शुरू हुए। मंदिर को लाइटों और फूलों से सजाया गया है। वहीं महोत्सव को देखते हुए ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।
पर्वतीय क्षेत्र से आने वाले वाहनों को ग्रास्टनगंज के रास्ते स्टेशन रोड होते हुए भेजा जा रहा है। ज्योतिषाचार्य पंडित देवी प्रसाद भट्ट के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पिंडी महाभिषेक के साथ धार्मिक अनुष्ठान शुरू हुआ। सुबह 7:00 बजे मंदिर परिक्रमा, सुबह 8:00 बजे कुंडीय यज्ञ और सिद्धों का डांडा में ध्वज पूजा के साथ महोत्सव आगे बढ़ा।
अपराह्न 3:00 बजे ढोल दमाऊं, मशकबाज और बैंड बाजों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। वहीं महोत्सव को देखते हुए ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। यातायात निरीक्षक शिव कुमार ने बताया कि शोभायात्रा के दौरान पर्वतीय क्षेत्र से आने वाले वाहनों को ग्रास्टनगंज के रास्ते स्टेशन रोड होते हुए आवाजाही कराई जाएगी। जबकि मैदानी क्षेत्र से आने वाले वाहनों को बालासौड़ मार्ग से घराट रोड के रास्ते आवाजाही कराई जाएगी। शोभायात्रा के तहसील चौराहा पहुंचने पर मैदानी क्षेत्र से आने वाले वाहनों को पटेल मार्ग पर डायवर्ट किया जाएगा।
सिद्धबली महोत्सव के तहत पहले दिन निकाली जाने वाली शोभायात्रा का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी करेंगी। सिद्धबाबा का 70 फुट लंबा डोला, गजराज, लड्डू गोपाल की पालकी, दिल्ली की छह यांत्रिक झांकियां, बदांयू से काली का अखाड़ा, संबल से शिव बरात की झांकी, इस्कॉन की झांकी आदि मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगे।
लोक गायिका हेमा नेगी करासी एवं साथी कलाकार गढ़वाली भजनों से बाबा का गुणगान करेंगे। शनिवार को मुख्य अतिथि के रूप में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज और विशिष्ट अतिथि भारत माता मंदिर हरिद्वार के महामंडलेश्वर ललितानंद जी महाराज होंगे।
रविवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी यतिंद्रानंद गिरी होंगे। वे प्रवचन भी देंगे। मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ. जेपी ध्यानी और वरिष्ठ सदस्य विवेक अग्रवाल ने जनता से महोत्सव के सफल आयोजन के लिए सहयोग देने की अपील की।