चुंगी बड़ेथी से भैरोंघाटी तक 12 मीटर चौड़ा होगा हाईवे, पांच चरणों में पूरा किया जाएगा काम

By :  SaumyaV
Update: 2023-11-11 08:31 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट चारधाम सड़क परियोजना में गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण की योजना बनकर तैयार हो गई है। चुंगी बड़ेथी से भैरोंघाटी तक गंगोत्री हाईवे 12 मीटर चौड़ा होगा। चौड़ीकरण का काम कुल पांच चरणों में पूरा किया जाएगा। 

चारधाम सड़क परियोजना (ऑलवेदर रोड) के तहत सीमांत उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री हाईवे का चौड़ीकरण चुंगी बड़ेथी से भैरोंघाटी तक पांच चरणों में होगा। वर्तमान इसके लिए तीन चरणों में थ्री-जी सर्वे और आंकलन का कार्य किया जा रहा है। 

चौड़ीकरण में नेताला और सुक्की टॉप क्षेत्र बाईपास हो जाएगा। जबकि झाला से भैरोंघाटी के बीच करीब 4 से 6 नए पुलों का निर्माण भी प्रस्तावित है। इनमें भैरोंघाटी में जाड़ गंगा नदी पर स्थित लंका पुल भी शामिल है। जिसके स्थान पर 12 मीटर चौड़ाई का डबल लेन पुल बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट चारधाम सड़क परियोजना में गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण की योजना बनकर तैयार हो गई है। चुंगी बड़ेथी से भैरोंघाटी तक गंगोत्री हाईवे 12 मीटर चौड़ा होगा।

चौड़ीकरण का काम कुल पांच चरणों में पूरा किया जाएगा। जिसके तहत पहले चरण में भैरोंघाटी से झाला, दूसरे में झाला से सुक्की प्रथम मोड़ तक चौड़ीकरण होगा। इसी चरण में सुक्की बाईपास का भी निर्माण प्रस्तावित है। जिसमें सुक्की प्रथम मोड़ से पुल के जरिए सड़क भागीरथी नदी पार पहुंचाई जाएगी। जो आगे झाला को जोड़ेगी। तीसरे चरण में सुक्की प्रथम मोड़ से हिना तक चौड़ीकरण कार्य होगा।

बाजार क्षेत्र तक चौड़ीकरण के लिए चिन्हीकरण

इसके बाद चौथे चरण में हिना से तेखला बाईपास तक चौड़ीकरण होगा। जिसमें नेताला व गंगोरी वाला क्षेत्र बाईपास हो जाएगा। पांचवें और अंतिम चरण में तेखला से चुंगी बड़ेथी तक चौड़ीकरण कार्य प्रस्तावित किया गया है। बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि हाईवे के चौड़ीकरण कार्य के लिए वर्तमान में बाजार, सिरोर व भैरोंघाटी से झाला तक तीन चरण में थ्री जी सर्वे एवं आंकलन का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ चुंगी बड़ेथी से बाजार क्षेत्र तक चौड़ीकरण के लिए चिन्हीकरण कर लिया गया है।

बाजार, सिरोर व झाला से भैरोंघाटी के तीन फेजों में चौड़ीकरण कार्य के लिए कार्यवाही थ्री-जी सर्वे व असेसमेंट तक पहुंच चुकी है। प्रभावितों को मुआवजा वितरण के लिए मूल्याकंन एस्टीमेट मिलने पर भारत सरकार से बजट की मांग की जाएगी। मई-जून तक ही चौड़ीकरण कार्य शुरू होने की उम्मीद है  | 

भूस्खलन और भू-धंसाव के चलते बाईपास जरूरी

बीआरओ ने नेताला में भूस्खलन और सुक्की टॉप क्षेत्र में भू-धंसाव के चलते बाईपास निर्माण की योजना बनाई है। जिसमें नेताला व गंगोरी क्षेत्र को बाईपास करते हुए तेखला पुल से हीना तक करीब 8.5 किमी बाईपास सड़क बनाई जाएगी। वहीं सुक्की प्रथम मोड़ से सीधे नदी पार तक पुल के जरिए 3.5 किमी बाईपास सड़क का निर्माण होगा।

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