केदारनाथ मंदिर का कपाट भाई दूज के दिन परंपरागत रूप से होगा बंद

Update: 2024-10-15 11:48 GMT

देहरादून। केदारनाथ मंदिर के कपाट भाई दूज के पावन पर्व 3 नवंबर को सुबह 8:30 बजे परंपरागत रूप से बंद कर दिए जाएंगे। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की चल-विग्रह डोली अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर प्रस्थान करेगी।

3 नवंबर को सुबह 8:30 बजे केदारनाथ मंदिर से भगवान केदारनाथ की चल-विग्रह डोली प्रस्थान करेगी और उसी दिन रामपुर में रात्रि विश्राम होगा। 4 नवंबर को डोली रामपुर से प्रस्थान कर फाटा और नारायण कोटी होते हुए श्री विश्वनाथ मंदिर, गुप्तकाशी पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम किया जाएगा।

5 नवंबर को प्रातः 8:30 बजे चल-विग्रह डोली श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रस्थान करेगी और लगभग 11:20 बजे अपने शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ पहुंचेगी, जहां भगवान केदारनाथ की डोली पूर्व परंपरा के अनुसार गद्दी स्थल पर विराजमान होगी।

बता दें कि सर्दियों के दौरान, केदारनाथ मंदिर बर्फ से ढक जाता है और इसलिए ऊखीमठ में भगवान केदारनाथ की पूजा होती है। हर साल इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान केदारनाथ की डोली यात्रा में भाग लेते हैं और ऊखीमठ में विशेष पूजा-अर्चना के दौरान शामिल होते हैं।

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