खलिस्तानी-आतंकियों के खिलाफ उत्तराखंड में 2 जगह छापेमारी की कार्रवाई की गयी

Update: 2023-09-27 08:23 GMT

खलिस्तानी-आतंकियों के खिलाफ देश के कई राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। NIA ने पंजाब के 30 इलाकों में छापेमारी की है, तो वहीं राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-NCR और यूपी में एक-एक जगह छापेमारी चल रही है।

खलिस्तानी-आतंकियों के खिलाफ देश के कई राज्यों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छापे मारे हैं। गैंगस्टरों की तलाश में NIA ने दिल्ली NCR, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और उत्तराखंड के करीब 50 स्थलो में छापे की कार्रवाई जारी है। उत्तराखंड की राजधानी में भी एक गन डीलर के यहां NIA की टीम पहुंची हैं।

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर बाजपुर NIA के छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। वहीं देहरादून टर्नर रोड के पास भी NIA के छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। यहां पिछले साल कारतूस का मामला सामने आया था। देहरादून के गन डीलर परिक्षित नेगी के गन स्टोर से कारतूस ले जाई गई थी। दिल्ली पुलिस ने नेगी को गिरफ्तार था जोकि फिलहाल जमानत पर बाहर है।

भारत पर लगाया था हत्या का आरोप

NIA ने यह कदम आतंकवादियों और ड्रग्स डीलर्ज के बीच मिलिभगत को खत्म करने के मकसद से उठाई है। दरअसल, भारत में बैठे आतंकी मददगार विदेशों में रहे रहे आतंकियों और गैंगस्टरों को हवाला चैनल के द्वारा से हथियार और ड्रग्स की सप्लाई करते हैं।

NIA ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब कनाडा में खलिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि उनकी हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने उन्हें कनाडाई नागरिक बताते हुए भारत पर हत्या का आरोप लगाया था।

इस दौरान उन्होंने कनाडा से भारतीय राजनयिक को भी बाहर कर दिया। इसके जवाब में भारत ने भी दिल्ली से कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया और कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा भी रोक दी।

जानें कौन है परिक्षित नेगी

पिछले साल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पांच लोगों को दो हजार कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। अगस्त में हुई इस कार्रवाई में पता चला कि यह कारतूस देहरादून के गन डीलर से खरीदे गए थे। दिल्ली पुलिस ने पड़ताल की तो यहां रॉयल गन हाउस का नाम सामने आया। रॉयल गन हाउस पर स्थानीय पुलिस ने भी छापा मारा तो मालूम हुआ कि यह दुकान बीते दो माह से खुली ही नहीं। इस गन हाउस को टर्नर रोड निवासी परिक्षित नेगी चलाता है। प्रशासन ने भी इस दुकान का लाइसेंस निरस्त कर दिया था।

जांच में पाया गया था कि नेगी कारतूसों की सप्लाई कई बार गैर कानूनी ढंग से कर चुका है। अगस्त 2022 से पहले मई में भी वह अमृतसर में कारतूस सप्लाई कर चुका था। क्योंकि अब खालिस्तानी मूवमेंट को हवा मिली और तमाम जगह कार्रवाई राष्ट्रीय एजेंसी कर रही है ऐसे में माना जा रहा परिक्षित नेगी भी जाने-अनजाने पैसों के लालच में इस खलिस्तानी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है। हालांकि अभी जांच चल रही है। इस मामले में कोई स्थआनीय अधिकारी या देहरादून पहुंची एनआईए की टीम का कोई सदस्य जानकारी नहीं दे रहा है।   

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