उत्तराखंड एम्स के आउटरीच सेल ने आयुष्मान भव: सेवा पखवाड़ा किया शुरू
चंद्रेश्वर नगर में एम्स के आउटरीच सेल ने आयुष्मान भव: सेवा पखवाड़ा किया शुरू
एम्स की कार्य-कारिणी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि एम्स के कम्युनिटी आउटरीच सेंटर को जल्द ही टेलीमीडिसिन सेवा से जोड़ा जाएगा। इससे मरीजों को एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य सलाह व प्रभावी उपचार उपलब्ध हो सकेगा।
सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर एम्स के सोशल आउटरीच सेल की ओर से आयुष्मान भवः सेवा पखवाड़ा के तहत चंद्रेश्वर नगर स्थित कम्युनिटी आउटरीच सेंटर में विभिन्न स्वास्थ्य व जागरूकता कार्यक्रम बंदोवस्त किए गए। जिसका उद्देश्य कम्युनिटी को एनसीडी (गैर संचारी रोगों) के लिए स्वास्थ्य व सचेत सेवा मुहैय्या कराना है। साथ ही सरकार की ओर से चलाई जा रही स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं का लाभ भी लोगों तक पहुंचना है।
स्वास्थ्य शिविर में 100 से अधिक मरीजों की गैर संक्रामक रोगों के लिए स्क्रीनिंग की गई और निशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई गई। नर्सिंग ऑफिसर्स की ओर से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनसामान्य को जागरुकता किया गया। लोगों को डेंगू के सेवन प्लस वन कार्यक्रम, निशुल्क चिकित्सा के लिए आयुष्मान कार्ड योजना से जुड़ने आदि की जानकारियां दी गई।
आयुष्मान भारत योजना से वर्जित 100 से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी गई। सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि प्राथमिक स्तर पर मरीजों की बीमारी को आगे बढ़ने से नियंत्रण के उपायों के साथ ही लोगों को संक्रामक और गैर संक्रामक रोगों के प्रति जागरूकता के लिए मुहिम चलाई जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्र में इस सेंटर के संचालन के लिए मां कात्यायनी माता मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक गुरविंदर सलूजा की ओर से एम्स ऋषिकेश के आउटरीच सेल को स्थान उपलब्ध कराया गया है। बताया कि जल्द ही राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीम एक साथ मिलकर किसी भी वार्ड व ग्राम में एनसीडी के तहत 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग के बाद उसे आयुष्मान वार्ड व ग्राम घोषित किया जाएगा।
सेंटर की चिकित्साधिकारी डॉ. सिद्धि कोठियाल ने बताया कि डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चंद्रेश्वर नगर, ऋषिकेश क्षेत्र में डेंगू सेवन प्लस वन कार्यक्रम के तहत लोगों को घर-घर जाकर जानकारी दी गई। साथ ही कुछ स्थानों पर मिला डेंगू मच्छर के लार्वा को नष्ट कर दिया गया। वहीं पखवाड़े के तहत संस्थान के यूरोलॉजी विभाग के डॉ. हर्षित ने अंगदान के बारे में लोगों को जागरूक किया और शपथ भी दिलाई। इस मौके पर एम्स की डीएमएस डॉ. पूजा भदौरिया, चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, डीएनएस वंदना, संदीप सिंह, हिमांशु गवाड़ी, त्रिलोक सिंह, स्वाति आदि मौजूद रहे।