वृद्धाअवस्था में पेंशन पाने के लिए जीवन प्रमाणपत्र बनाने को अब इधर-उधर भागने की जरूरत नहीं
जीवन प्रमाणपत्र पाने के लिए पेंशनभोगी को भविष्य निधि कार्यालय और CSC में व्यक्तिगत रूप से मौजूद होना पड़ता था। लेकिन, बहुत ज्यादा वृद्धावस्था में बहुत से लोग दौड़ भाग नहीं कर सकते हैं।
वृद्धाअवस्था में पेंशन पाने के लिए जीवन प्रमाणपत्र बनाने को अब इधर-उधर भागने की जरूरत नहीं है। बुजुर्ग अब अपने मोबाइल से ही प्रमाणपत्र खुद बना सकते हैं। इसके लिए भारत सरकार ने आधार फेस आरडी एप और जीवन प्रमाण फेस एप के माध्यम से इसे आसान बनाया है। इसे फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (फैट) नाम दिया है। इसका बुधवार को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में लाइव प्रदर्शन हुआ।
क्षेत्रीय आयुक्त भविष्य निधि विश्वजीत सागर ने बताया कि जीवन प्रमाणपत्र पाने के लिए पेंशनभोगी को भविष्य निधि कार्यालय और सीएससी में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना पड़ता था। लेकिन, बहुत ज्यादा वृद्धावस्था में बहुत से लोग दौड़ भाग नहीं कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह एप बनाया है। एप गूगल प्ले स्टोर पर है। इससे घर बैठे ही जीवन प्रमाणपत्र डाउनलोड किया जा सकता है। पेंशनभोगी अपने मोबाइल से जीवन प्रमाणपत्र को जमा कर सकते हैं।
ऐसे बनेगा प्रमाणपत्र
- गूगल प्ले स्टोर से आधार फेस आरडी एप डाउनलोड करें।
- इसके बाद जीवन प्रमाण फेस एप डाउनलोड करनी होगी।
- जीवन प्रमाण फेस एप पर अपना विवरण भरना होगा।
- इसके बाद मोबाइल पर ओटीपी आएगा।
- प्रक्रिया पूरी होने के बाद डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (डीएलसी) डाउनलोड करना होगा।
- जीवन प्रमाण आईडी आपके मोबाइल नंबर पर आ जाएगी।
- इसके बाद पेंशनर का सर्टिफिकेट की जानकारी पेंशन विभाग के साथ ऑटो अपलोड हो जाएगी।
यह रखेंगे अपने पास
- पट्टा संख्या पेमेंट ऑर्डर
- आधार संख्या
- बैंक खाते का विवरण
- पेंशन डिस्वर्सिंग डिपार्टमेंट आईडी
नवंबर में प्रमाणपत्र जमा करने की बाध्यता नहीं
अब तक हर साल नवंबर में जीवन प्रमाणपत्र जमा करना होता था। लेकिन, अब इस सुविधा से कभी भी इसे जमा किया जा सकता है, जो कि एक साल तक वैध रहेगा। मसलन, यदि किसी ने फरवरी 2024 में जीवन प्रमाणपत्र इस एप के माध्यम से बनाया तो यह अगले साल फरवरी 2025 तक वैध रहेगा। यानी अब नवंबर वाली बाध्यता भी समाप्त हो गई है।