नैनीतील में पचास दिनों से घुड़सवारी बंद, घोड़ा संचालकों पर रोजी रोटी का संकट, पर्यटक भी परेशान
नैनीताल। नैनीताल की टिफिन टॉप की पहाड़ी पर भूस्खलन होने के बाद 6 अगस्त की रात को डोरोथी सीट ढह गई थी। जिसके चलते प्रशासन की ओर से वहां के लोगों की आवाजाही को बंद कर दिया गया है। साथ ही घोड़ा संचालन को भी रोक दिया गया था। इसके बाद प्रशासन की ओर से कई सर्वे व निरीक्षण और 50 से ज्यादा दिनों के बाद भी घुड़सवारी शुरू नहीं हो पाई है। जिसके चलते घोड़ा संचालकों पर रोजी रोटी का संकट आ गया है।
बता दें 6 अगस्त से प्रशासन की टीम की ओर से निरीक्षण के बाद यहां 12 पत्थर से संचालित घोड़ों, पर्यटकों व स्थानीय लोगों की आवाजाही रोक दी गई थी। जिसके बाद घोड़ा चालक 50 व 100 रुपये मे घोड़ा स्टैंड पर ही पर्यटकों को घुमा रहे हैं। घोड़ा चालकों का कहना है कि घोड़ों के खाने के लिए लगभग 300 रुपये रोजाना चाहिए होते हैं। घोड़ा संचालन नहीं होने के कारण उनको घोड़ों के लिए चना, गुड़ व चोकर दुकानों से उधार लेना पड़ रहा है। घोड़ा चालक प्रशासन से डोरोथी सीट से तीन किलोमीटर पहले तक ही घोड़ा संचालन की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। इसपर एसडीएम प्रमोद कुमार ने कहा है कि बारिश रुकने के बाद जल्द ही क्षेत्र का एक संयुक्त निरीक्षण किया जाएगा। जिसके बाद घोड़ा संचालन की अनुमति पर विचार किया जाएगा।