कैंटोनमेंट बोर्ड से मुक्ति की मांग को लेकर बारिश में भी धरने पर डटे रहे, गाए लोकगीत
छावनी परिषद से मुक्ति और नगर पालिका में शामिल करने की मांग को लेकर रानीखेत की जनता बारिश में भी धरने पर बैठी रही और लोकगीत गाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें कैंटोनमेंट बोर्ड से मुक्त नहीं कर दिया जाता तब तक वह पीछे नहीं हटेंगे।मंगलवार को बारिश के बीच रानीखेत विकास संघर्ष समिति के लोगों ने 124वें दिन धरना दिया। पदाधिकारियों ने कहा कि रानीखेत के लोग वर्षों से छावनी परिषद के कठोर कानून झेलने को मजबूर हैं। वर्षों से छावनी परिषद से मुक्ति की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं है. चेतावनी दी कि जब तक वे नगर पालिका में शामिल नहीं हो जाते, उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर गिरीश भगत, दीप भगत, उमेश भट्ट, कैलाश पांडे, हेमंत महरा, दीपक गर्ग, हरीश मैनाली सहित कई लोग मौजूद रहे।