बेरोजगारी के विरोध में सड़कों पर उतरे कांग्रेसी, बोले 'हरदा' - 2024 बन जाएगा बदलाव का साल
पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजीव कॉम्प्लेक्स से गांधी पार्क तक पदयात्रा निकाली। इस दौरान कहा गया कि गन्ने का खरीद मूल्य भी घोषित नहीं हुआ। इसके विरोध में 11 जनवरी को लक्सर में किसान सम्मान यात्रा निकाली जाएगी।
प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी के विरोध में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ता दून की सड़कों पर उतरे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राजीव कॉम्प्लेक्स से गांधी पार्क तक पदयात्रा निकाली। गांधी पार्क में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में भर्ती के नाम पर युवाओं से खिलवाड़ हुआ है। तमाम उद्योग बंद हो चुके हैं, जो हैं, उनमें भी कई बंदी की कगार पर हैं।
कहा, गन्ने का खरीद मूल्य भी घोषित नहीं हुआ। इसके विरोध में 11 जनवरी को लक्सर में किसान सम्मान यात्रा निकाली जाएगी। कहा, प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार देने के बजाए उनसे रोजगार छिना जा रहा है। 700 से ज्यादा उद्योग बंद हो चुके हैं तो कई बंदी की कगार पर हैं। कहा, वर्ष 2016 में जितने कर्मचारी बीएचईएल में थे, उसके एक चौथाई कर्मचारी भी बीएचईएल में नहीं है।
बोले- सरकार बताए कितने लोगों को किया भर्ती
पदयात्रा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, हीरा सिंह बिष्ट, शूरवीर सिंह सजवान, महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी, सुरेंद्र कुमार, रामयश सिंह, सतपाल ब्रह्मचारी, सुरेंद्र सिंह सजवाण, गोदावरी थापली, गरिमा दसौनी, शीशपाल बिष्ट, आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, उर्मिला थापा, मथुरा दत्त जोशी आदि मौजूद रहे।
गांधी की मूर्ति के सामने आएं और बताए कितने लोगों को भर्ती किया प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, राज्य में जो सरकारी पद भरे गए, उनमें 67 प्रतिशत से ज्यादा पद और नियुक्तियां कांग्रेस में हुई। कहा, राज्य में बेरोजगारों को रोजगार के मसले पर सरकार को चुनौती देेते हैं कि सरकार गांधी की मूर्ति के सामने आए और बताए कि कितने लोगों को भर्ती किया है।
2024 बन जाएगा बदलाव का वर्ष
पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को भी नसीहत देते हुए कहा, यदि चाहते हो 2024 बदलाव का साल बने तो आपको अपने को बदला होगा, अपनी दिक्कतों को पीछे रखना होगा, आपस के झंझट हैं तो उसे बाहर रखना होगा।