उत्तराखंड में फिर से बादल फटा

Update: 2023-08-18 10:34 GMT

उत्तराखंड में फिर से बादल फटा..

बता दे उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने के साथ साथ पहाड़ भी दरके यहाँ तक नदियों का विकराल रूप भी देखने को मिला जिसे देख के लोग सहम गए

चमोली जिले के थराली में रात से शुरू हुई भारी बारिश के बीच सोल घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में चमक और तेज गर्जना के साथ भारी बारिश हुई। ब्रह्मताल सुपताल और भेकल ताल क्षेत्र में बादल फटने से पहाड़ के पहाड़ बहकर प्राणमति नदी में आ गिर गए। जिससे नदी विकराल रूप देखने को मिला और वह काफी तेजी से बहने लगी।

नदी के साथ बड़े-बड़े होल्डर और सैकड़ों पेड़ कडंगर,की तरह बहने लगे। नदी की बहने की और बादल गर्जने की आवाज़ पांच किलोमीटर से अधिक दूर तक सुनाई दे रही थी। जैसे ही नदी में से तेज आवाज आनी शुरू हुई आस पास के इलाको में रह रहे ग्रामीणों ने थराली, कुलसारी, हरमनी में नदी किनारे रह रहे लोगों को घरों से निकलकर सुरक्षित जगह पर जाने को कहा जिसे को बड़ी आपदा ना हो।

तहसील और पुलिस प्रशासन की टीम ने मिल कर जो लोग नदी के पास रहते थे उनको नदी किनारे से हटाया। थराली में पिंडर नदी के किनारे रहने वाले लोगों ने ग्वालदम थराली तिराहा और नासिर बाजार में जाकर रात बिताई। रविवार की रात को थराली गांव में प्राणमति नदी ने जो तबाही मचाई थी उससे भी अधिक मात्रा में मलबा फिर इस जगह में घुसा और फिर से वहां बाढ़ आ गया।

विवार को थराली और सुना को जोड़ने वाला मोटर पुल और झूला पुल प्राणणमति नदी के सैलाब में बह गया । मंगलवार को ग्रामीणों ने यहां पर एक जुगाड़ू पुल का निर्माण किया था, लेकिन बुधवार की रात्रि को प्राणमति नदी में फिर से आई बाढ़ में यह पुल भी बह गया और फिर से थराली और सुना गांव की 5000 से अधिक लोगो का संपर्क पूरी तरह से कट गया।

तहसील और पुलिस प्रशासन की टीम रात भर सायरन और संदेशों के जरिए लोगों को चौकना करती रही। बादल फटने से रतगांव, ढाडर बगड़, देवकुना गांव में भी भारी तबाही हुई है

दूसरी तरफ बुल्लावाला सुसवा नदी के पुल के सोर्स रोड का एक हिस्सा भी धंस गया है। देर रात हुई भारी बारिश से एक बार फिर बुलावाला सुसवा नदी पर बने पुल को हानि पहुंची है

पुल के ऊपर भारी वाहनों की आवाजाही को बंद रखा गया है, जबकि छोटे वाहनों की आवागमन हो रही है। विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं। पोकलैंड मशीन लगाकर नदी की धारा को मोड़ा जा रहा है, जिससे तत्काल मरम्मत का कार्य कराया जाए।

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