उत्तराखंड में चार धाम यात्रा ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली

Update: 2023-09-23 07:33 GMT

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है चारों धाम में आने वाले यात्रियों की गिनती अब हर रोज बढ़ रही है मानसून सीजन के दौरान जो संख्या मात्र तीन से 4 हजार यात्रियों की थी वह बढ़कर हर रोज अब 18 से 20 हजार करीब पहुंच गई है ऐसे में आने वाले दिनों में माना जा रहा है कि यात्रियों की गिनती में और वृद्धि होगी । जुलाई से 15 सितंबर तक चारों धाम यात्रियों की गिनती न के बराबर थी जबकि अप्रैल से लेकर जून महीने तक चारों धामों में तकरीबन 37 लाख के करीब यात्री दर्शन के लिए पहुंच चुके थे लेकिन अब मानसून की रफ्तार कम होने पर फिर से यात्रियों की गिनती बढ़ने लगी है चारों धामों में अब तक तकरीबन 42 लाख के करीब श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं जो एक बड़ी संख्या मानी जा रही है उधर पर्यटन विभाग यह भी अनुमान है कि कपाट खुलने तक चारों धामों में यात्रियों की संख्या 60 लाख के करीब पहुंच जाएगी क्योंकि कपाट बंद होने में तकरीबन 2 महीने का वक्त है।

सरकार को आस और बढ़ेगी यात्रियों की संख्या

उत्तराखंड में इस साल चार धाम यात्रा की शुरुआत अप्रैल महीने से हुई थी 22 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए थे जबकि बाबा केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए थे और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले गए थे अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा में अब तक तकरीबन 42 लाख के करीब भक्तगण दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं इनमें सबसे ज्यादा संख्या बाबा केदारनाथ धाम में आए भक्तगण की है केदारनाथ धाम में अब तक 13 लाख 40 हजार से ज्यादा भक्तगण दर्शन कर चुके हैं जबकि बद्रीनाथ धाम में 13 लाख 20 लाख के करीब भक्तगण पहुंचे वहीं अगर गंगोत्री धाम की बात की जाए तो 7 लाख 45 हजार से ज्यादा भक्तगण मां गंगोत्री के दर्शन कर चुके हैं यमुनोत्री धाम में 6 लाख 14 हजार श्रद्धालु अब तक मां यमुनोत्री के दर्शन के लिए पहुंचे हैं इसके साथ ही हेमकुंड साहिब में दर्शन की बात की जाए तो यहां भी गिनती काफी अच्छी रही है अब तक 1 लाख 57 हजार के करीब श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे हैं। ऐसे में अब मानसून की रफ्तार कम होने पर श्रद्धालुओं की गिनती में बड़ा इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है।

कोरोना के बाद बड़े स्तर पर हुई इस बार यात्रा

यात्रा सीजन के दौरान ही सरकार ने यह उम्मीद जताई थी कि कोरोना के बाद इस बार यात्रा बड़े रूप में होगी क्योंकि 2 साल तक कोरोना के कारण चार धाम यात्रा न होने की वजह से सरकार और स्थानीय लोगों को वित्तीय का बड़ा नुकसान हुआ था लेकिन इस बार यात्रियों की संख्या को देखकर सरकार ने यात्रा के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की थी हालांकि यात्रा सीजन के दौरान कुछ जगहों पर यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि सरकार ने इस बार यात्रा को देखकर बड़े स्तर पर व्यवस्थाएं की थी जिस वजह से यात्रियों की संख्या काफी अच्छी रही है उन्होंने कहा कि कपाट बंद होने में अभी 2 महीने का वक्त है ऐसे में माना जा रहा है कि यात्रियों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी जो सरकार और स्थानीय लोगों के लिए अच्छी खबर है.|

Tags:    

Similar News