बद्रीनाथ हाईवे: मुसीबतों का पहाड़, लामबगड़ में 20 मीटर हिस्सा बहा, दस घंटे तक फंसे रहे यात्री, तस्वीरें

Update: 2023-07-30 05:25 GMT

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार को खचड़ा नाला और लामबगड़ नाले में करीब 10 घंटे तक बाधित रहा। लामबगड़ नाले में हाईवे का लगभग 20 मीटर हिस्सा बह गया है। यहां वाहनों की आवाजाही के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से सड़क की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. हालांकि, नाले में पानी अधिक होने के कारण छोटे वाहन अभी भी फंसे हुए हैं।

पुलिस और एसडीआरएफ जवानों की मौजूदगी में यात्रा वाहनों की आवाजाही हो रही है. छिनका में भी पहाड़ी से मलबा आने के कारण हाईवे के दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही करीब एक घंटे तक रुकी रही। शुक्रवार रात भारी बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ नाले में करीब 20 मीटर तक बह गया।

यहां पानी के साथ बड़ी मात्रा में मलबा और बोल्डर हाईवे पर आ गए. खचड़ा नाला उफनने से हाईवे नाले में तब्दील हो गया। शनिवार सुबह करीब पांच बजे पुलिस प्रशासन को लामबगड़ और खचड़ा नाले के पास हाईवे अवरुद्ध होने की सूचना मिली, जिस पर बदरीनाथ धाम से लौट रहे करीब 500 तीर्थयात्रियों को धाम में ही रोक दिया गया, जबकि धाम की ओर जा रहे करीब 1000 तीर्थयात्रियों को रोक दिया गया। पांडुकेश्वर में रुका. और लामबगड़ में रोक लिया गया.

सुबह सात बजे बारिश धीमी होने पर बीआरओ की ओर से जेसीबी से राजमार्ग खोलने का काम शुरू किया गया। बोल्डरों को अलकनंदा किनारे निस्तारित कर दिया गया। जिसके बाद पानी की निकासी की गई. दोपहर करीब 3 बजे यहां वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। छोटे वाहनों के बोल्डरों में फंस जाने से तीर्थयात्रियों को कुछ दूरी तक पैदल चलना पड़ा। खचड़ा नाले में भी तीन बजे तक ही हाईवे सुचारु हो सका। छिनका में भी दोपहर दो बजे हाईवे पर मलबा आने से वाहनों की आवाजाही करीब एक घंटे तक बंद रही।

देश में अभी भी 10 राज्य राजमार्गों सहित 213 सड़कें बंद हैं। लोनिवि के मुख्य अभियंता दीपक यादव ने बताया कि पुलों और सड़कों को दुरुस्त करने में अनुमानित 30522.60 लाख रुपये खर्च होने होंगे। फिलहाल जिलों को 208.17 लाख रुपये जारी किये जा चुके हैं. मानसून सीजन शुरू होने के बाद से 56 पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

लगातार हो रही बारिश के बीच गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे के खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी है। यमुनोत्री हाईवे ओजरी-डाबरकोट मलबा आने से करीब 6 घंटे बंद रहा। जिसे एनएच की मशीनरी ने आवाजाही के लिए खोल दिया। तो वहीं गंगोत्री हाईवे भी धरासू के पास करीब चार घंटे बंद रहा। जिसे बीआरओ ने आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया। जिले में शनिवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. जिसके चलते गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर कई जगहों पर बंद और खुलने का सिलसिला जारी है. हाईवे की खस्ताहालत के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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