बूथ जीता, चुनाव जीता...का मंत्र लेकर लौटेंगे 250 प्रतिनिधि, फिर आक्रामक प्रचार में जुटेगी भाजपा
राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद आक्रामक प्रचार में भाजपा जुटेगी। जिताऊ प्रत्याशियों को लेकर पार्टी नेताओं से फीड बैक भी लिया जा सकता है।
उत्तराखंड भाजपा के 250 प्रतिनिधि नई दिल्ली में आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से बूथ जीता, चुनाव जीता का मंत्र लेकर लौटेंगे। लोकसभा चुनाव की दृष्टि से राष्ट्रीय परिषद की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बैठक से केंद्रीय नेतृत्व का मार्गदर्शन प्राप्त होने के बाद पार्टी आक्रामक प्रचार अभियान में जुट जाएगी।
सूत्रों ने शनिवार से शुरू हुई दो दिवसीय बैठक के दौरान पार्टी की सांगठनिक रणनीति में खास भूमिका निभा रहे प्रतिनिधियों से लोस चुनाव में जिताऊ प्रत्याशियों को लेकर फीड बैक भी लिया जा सकता है। शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान एक वीडियो संदेश भी जारी किया।
उन्होंने बताया कि इस बैठक को लेकर सभी प्रतिनिधियों में उत्साह है। चुनावी रणनीति के लिहाज से इस बैठक के खास मायने हैं। उनके मुताबिक, बैठक के दौरान हर बूथ की मजबूती पर जोर दिया गया। कहा गया कि चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए हर बूथ को मजबूत करना जरूरी है।
बैठक में पहुंचे सभी प्रतिनिधियों ने बूथ मजबूत करने का संकल्प लिया। भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सभी मंत्री, सांसद और विधायक नई दिल्ली पहुंचे हैं। राज्य से गए 250 प्रतिनिधियों में जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख और भाजपा के जिलाध्यक्ष भी शामिल हैं।
हर बूथ पर पूरी ताकत जुटेगी भाजपा
लोस चुनाव तक उत्तराखंड भाजपा का हर कार्यकर्ता दो बड़े अभियान में जुटेगा। पहला हर बूथ पर वोट बढ़ाने के लिए ताकत लगाएगा, दूसरा पार्टी नव मतदाता (फर्स्ट टाइम वोटर) को पूरी ताकत के साथ मतदान के लिए प्रेरित करेगा।
मोदी, शाह व केंद्रीय नेताओं की रैलियां होंगी तय
माना जा रहा है कि राष्ट्रीय परिषद बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय नेताओं की लोकसभा चुनाव से पूर्व जनसभाएं होंगी। राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इसकी रणनीति तय हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक पूरी तरह से लोकसभा चुनाव पर केंद्रित होगी। उत्तराखंड सरीखे राज्य में जहां पार्टी के सामने बड़ी चुनौती नहीं है, वहां 70 फीसदी से अधिक वोट हासिल करने की रणनीति पर जोर दिया जाएगा।