महिला आरक्षण बिल: महिला आरक्षण बिल पर बदले मायावती के सुर, क्यों कहा- 15-16 साल में नहीं मिलेगा
महिला आरक्षण बिल को लेकर आज बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है. एक दिन पहले जहां मायावती महिला आरक्षण बिल का समर्थन करती नजर आ रही थीं, वहीं आज वह इससे नाखुश नजर आईं. उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार का आगामी चुनाव से पहले महिलाओं को लुभाने का खेल है.
महिला आरक्षण बिल का लाभ जनगणना और परिसीमन के बाद मिलेगा
महिला आरक्षण बिल पर बोलीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती बीएसपी प्रमुख मायावती का कहना है, ''इस बिल के मुताबिक आने वाले 15-16 सालों में देश में महिलाओं को आरक्षण नहीं मिलेगा. इस बिल के पास होने के बाद इसे तुरंत लागू नहीं किया जाएगा.'' सबसे पहले देश में जनगणना कराई जाएगी और उसके बाद सीटों का परिसीमन किया जाएगा. जनगणना में काफी वक्त लगता है... इसके बाद ही ये बिल लागू होगा... इससे साफ है कि ये बिल लागू नहीं हुआ है. महिलाओं के लिए आरक्षण लेकर आए। इरादा देने का है, लेकिन आने वाले चुनाव से पहले महिलाओं को लुभाने का।
एक दिन पहले ही मायावती ने महिला आरक्षण बिल का खुलकर समर्थन किया था.
बसपा सुप्रीमो ने कहा था कि हमें उम्मीद है कि यह बिल इस बार चर्चा के बाद पास हो जाएगा क्योंकि यह काफी समय से लंबित था. मैंने पहले संसद में अपनी पार्टी की ओर से कहा था कि महिलाओं की आबादी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में प्रस्तावित 33% के बजाय 50% आरक्षण मिलना चाहिए। मायावती ने ये भी कहा था कि मुझे उम्मीद है कि सरकार इस बारे में सोचेगी. साथ ही महिला आरक्षण में ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग की महिलाओं के लिए अलग कोटा सुनिश्चित किया जाए.|