- साहिबाबाद रेलवे स्टेशन पर ट्रेन हादसे में उनका कट गया बायां हाथ
- कमाई कम की वजह से घर में रहता था क्लेश
गाजियाबाद। ट्रेन हादसे में हाथ गंवाने पर पत्नी और बेटे ने पीड़ित का साथ छोड़ दिया। घटना की सूचना देने के बाद भी परिजन पीड़ित से मिलने नहीं पहुंचे। अस्पताल पीड़ित के इलाज की व्यवस्था में जुटा है। राजनगर एक्सटेंशन की एसएसी सफ्यार सोसाइटी निवासी व्यक्ति 20 साल से पत्नी के साथ ससुराल में रह रहे हैं। उनके 16 साल का एक बेटा है। वह पेशे से गाड़ी चालक हैं। कमाई कम होने की वजह से घर में कलह रहती है।
एक सप्ताह पहले साहिबाबाद रेलवे स्टेशन पर ट्रेन हादसे में उनका बायां हाथ कट गया। उन्हें गंभीर हालत में जीटीबी अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज में लापरवाही की वजह से वह लौट आए और घर पहुंचे। जहां से परिवार की एक महिला उन्हें एंबुलेंस से संयुक्त अस्पताल छोड़ गई और वापस नहीं आई। चार दिन से पीड़ित का उपचार चल रहा है।
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. एसएन सिंह ने बताया कि परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो किसी ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने जब संपर्क किया तो परिजनों ने पीड़ित से किसी तरह के नाता नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। संयुक्त अस्पताल के सीएमएस डा. संजय गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में मरीज की एक्स-रे और जांचें की जा रही है। अस्पताल की ओर से प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है। ताकि उपचार के बाद मरीज की व्यवस्था की जा सके।