सांस फूलने का क्या है कारण, घरेलू उपाय से कैसे पाया जा सकता है छुटकारा, जानें यहां

Update: 2024-06-08 12:03 GMT

नई दिल्ली। बहुत से लोग गलतफहमी के चलते डिसप्निया (सांस फूलना Sans foolna) रोग को दमा रोग ही समझ लेते हैं लेकिन डिसप्निया (सांस फूलना) और दमा (एस्थमा) रोग में थोड़ा सा फर्क होता है। कई लोगों को गलतफहमी होती है कि मोटा होने की वजह से ही सांस फूलती है पर ऐसा कुछ नही है, पतले लोगो की भी ऐसे ही सांस फूलती है। इसका कारण हमारे शरीर में नही अपितु पर्यावरण में बढ़ रहे प्रदूषण, अस्वच्छ हवा में सांस लेना और गलत कार्यशैली हो सकती है।

इस वजह से होता है सांस फूलने का रोग

1) ज्यादा उम्र के लोगों को बारिश के मौसम में सांस की नली के पुराने जुकाम आदि रोगों के कारण सांस फूलने का रोग होता है।

2) दिल की धड़कन का अधिक तेज चलने के कारण सांस फूलने का रोग होता है।

सांस फूलने का प्रभावी और घरेलू उपचार

अंजीर

जिन लोगो की सांस फूलती है, उनके लिए अंजीर अमृत के समान है क्योंकि अंजीर छाती में जमी बलगम और सारी गंदगी को बाहर निकाल देती है। जिससे सांस नली साफ हो जाती है और सुचारू रूप से कार्य करती है। इसके लिए आप तीन अंजीर गरम पानी से धोकर रात को एक बर्तन में भिगोकर रख दीजिये और सुबह खाली पेट नाश्ते से पहले उन अंजीरों को खूब चबाकर खा लीजिए। उसके बाद वह पानी भी पी लें। इस नुस्खे का प्रयोग लगातार एक महीने तक कीजिए। इसके प्रयोग से फर्क आपको खुद ही महसूस होने लगेगा।

तुलसी ( Basil )और सौंठ (dry ginger) का काढ़ा

तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और श्वसन तंत्र पर बाहरी प्रदूषण और एलर्जी के हमले से रक्षा करने में समर्थ है। इसलिए जिनको भी सांस फूलने की या दमा की शिकायत हो उन लोगो को तुलसी से बने इस काढ़े का प्रयोग अवश्य ही करना चाहिए। इसके लिए आधा कप पानी में 5 तुलसी की पत्ती, एक चुटकी सौंठ पाउडर, काला नमक और काली मिर्च डालकर उबाल ले। ठंडा करके जब यह काढ़ा गुनगुना सा रह जाए तब इसका सेवन करें। नित्य प्रति इस काढ़े के सेवन से आपके सांस फूलने की समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी।

अजवायन (Thymes)

सांस फूलने की समस्या अक्सर श्वास नली में सूजन या श्वास नली में कचरा आ जाने की वजह से ही उत्पन्न होती है। श्वास नली को साफ करने का सबसे प्रभावी तरीका होता है- स्टीम या भाप लेना। भाप लेने से यदि श्वास नली में सूजन है तो उसमे आराम हो जाता है और कचरा भी निकल जाता है तो इसके लिए आपको अजवायन पीसकर पानी में उबालनी है। फिर इस अजवायन वाले पानी की भाप लेनी है। क्योंकि अजवायन की भाप सूजन को खत्म और दमे और सांस फूलने की समस्या में लाभ दिलाती है।

तिल का तेल (Sesame oil)

यदि ठंड की वजह से छाती जाम हो जाए या रात के समय दमे का प्रकोप बढ़ जाए और सांस ज्यादा फूलने लगे तो तिल के तेल को हल्का गर्म करके छाती और कमर पर गरम तेल की सेक करें। इस प्रकार आपकी छाती खुल जायेगी और आपको सांस फूलने की समस्या में लाभ मिलेगा।

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