यूपी: वारदात में असफल होने पर दो महिलाओं की हत्या, फिर शवों के साथ किया घिनौना काम, कोल्ड स्टोर

Update: 2023-07-11 09:50 GMT

बदायूं शहर की दो चर्चित महिलाओं की हत्या का मामला सोमवार को सामने आया। कोल्ड स्टोर में रेप की कोशिश में नाकाम होने पर दोनों की हत्या कर दी गई थी. लेबर कॉन्ट्रैक्टर ने दो ऑपरेटरों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.

घटना की जानकारी जब कोल्ड स्टोर मालिक के बेटे को हुई तो वह दो संचालकों और चौकीदार के साथ शवों को कार से उसहैत ले गया और खांदी में फेंक दिया। इस मामले में सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

3 जुलाई को शहर निवासी दो महिलाएं आलू छांटने के लिए बरेली रोड स्थित राम कोल्ड स्टोर पर पहुंची थीं। दोपहर करीब तीन बजे आरिफपुर नवादा निवासी लेबर ठेकेदार इबलेहसन उर्फ भर्रा, ऑपरेटर न्यू आदर्श कॉलोनी निवासी अजय शर्मा और उझानी निवासी मुकेश पाल एक महिला को बुलाकर कोल्ड स्टोर के मशीन रूम में ले गए।

पुलिस के मुताबिक, महिला के इब्लेहसान से संबंध थे. इसी बीच उसके पीछे एक अन्य महिला भी पहुंच गई। आरोपी ने पहले उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की, जब उसने शिकायत करने की धमकी दी तो आरोपी ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। यह देखकर दूसरी महिला की चीख निकल गई। इसके बाद आरोपियों ने उसकी भी गला घोंटकर हत्या कर दी।

पुलिस के मुताबिक, उनके शवों को फिर कोल्ड स्टोर के अमोनिया गैस चैंबर में रख दिया गया। रात में दोनों शवों को टैंक में डालकर सभी आरोपित अपने-अपने घर चले गये। सुबह करीब सवा सात बजे कोल्ड स्टोर मालिक का बेटा मयूर गुप्ता जब कोल्ड स्टोर पहुंचा तो शव देखकर सन्न रह गया।

उन्होंने कोल्ड स्टोर के तीसरे संचालक पप्पू उर्फ रामवीर यादव निवासी ग्राम बाबट, चौकीदार रामरतन उर्फ रतनपाल निवासी ग्राम चपरा, थाना शाहजहाँपुर और चौकीदार प्रदीप यादव निवासी मल्लपुर, मूसाझाग से शवों को पैक करने को कहा। उसहैत क्षेत्र में महिलाओं को पन्नी में बांधकर कार की डिग्गी में रखा गया। उनको फिंकवा दिया. घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

दोनों महिलाओं के शव को कोल्ड स्टोर के चैंबर में रख दिया गया, शुगर फ्री दवा भी लगा दी गयी

महिलाओं के शव कोल्ड स्टोर के अमोनिया चैंबर में रखे गए थे। फिर दोनों के शवों पर आलू में इस्तेमाल होने वाली शुगर फ्री दवा लगाई गई. बाद में दोनों शवों को पानी की टंकी में फेंक दिया। इससे साफ है कि आरोपी ने ऐसा इसलिए किया ताकि दोनों शव जल्दी सड़ जाएं।

4 जुलाई को दोनों महिलाओं के शव उसहैत थाना क्षेत्र के गांव बच्ची झझरऊ के पास सड़क किनारे पड़े मिले थे। इनमें एक महिला का शव तिरपाल पीली पन्नी में और दूसरी का शव काली पन्नी में बंधा हुआ था. उस दौरान दोनों शवों की हालत काफी खराब हो गई थी।

कहा जा रहा था कि 3 जुलाई की रात उनकी हत्या कर दी गई, ऐसे में उनका शव इतनी जल्दी कैसे खराब हो गया, इसका खुलासा सोमवार को हुआ. आरोपी इबलेहसन उर्फ भर्रा, अजय और मुकेश ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दोनों महिलाओं के शव को कोल्ड स्टोर के अमोनिया चैंबर में रख दिया था.

रात के आठ बजे तक काफी अंधेरा हो चुका था. फिर उन्होंने दोनों शवों को बाहर निकाला और उन पर शुगर फ्री दवा लगा दी. दोनों शवों को मशीन रूम के पिछले गेट से निकालकर पानी की टंकी में डाल दिया गया।

अगले दिन सुबह ऑपरेटर पप्पू, चौकीदार रामरतन और प्रदीप ने दोनों शव टैंक से निकाले। फिर उसे तिरपाल पन्नी में बांधकर क्षेत्र में फेंक दिया।

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