पुलिस ने मुठभेड़ में दो लुटेरों को दबोचा, दो फरार, ऐसे करता था लूट
- लूट का माल खरीदना आए कबाड़ी को भी किया गिरफ्तार
- सवारियों को ऑटो में बैठा कर देते थे घटना को अंजाम
- लुटेरे 20 से ज्यादा लूट की घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम
मोहसिन खान
गाजियाबाद। विजयनगर थाना पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान दो लुटेरों को गोली लगने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसी बीच दो बदमाश मौके से फरार होने में कामयाब रहे। लूटे गए माल का माल खरीदने पहुंचे कबाड़ी अमान को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से दो लैपटॉप, एक टैबलेट, आठ मोबाइल फोन और छह दो पहिया वाहन व घटना में प्रयुक्त ऑटो एवं दो अवैध अस्लहे व कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है। साथ ही मौके से फरार दो लुटेरों की तलाश की जा रही है।
एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने ऑटो सवार लुटेरे पिछले माह पुलिस भर्ती परीक्षा देकर लौट रहे कैलाशनगर निवासी अभिषेक मिश्रा को लूटने के बाद दिल्ली में ले जाकर छोड़ा था। बता दें कि अभिषेक मिश्रा ने ट्रेन से उतरकर बजरिया कट से गऊशाला जाने के लिए ऑटो बुक किया था। 20 कदम चलते ही दो लोगों को और बैठा लिया। आपत्ति करने पर चालक ने कहा था कि परेशान हैं, इन्हें अस्पताल तक जाना है। जिला एमएमजी अस्पताल पर जाकर वो दोनों उतरे और साइड से तमंचा लगाकर अभिषेक का मोबाइल और 8700 रुपये की नकदी लूट ली थी। एसीपी ने बताया कि गैंग के कब्जे से अभिषेक का मोबाइल भी बरामद हुआ है।
एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस को कुल पांच लोग मिले। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा करते हुए पुलिस ने भी गोली चलाई। पुलिस की गोली से दीपक उर्फ डेविड और अभिषेक मौर्य घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। मौके से अरमान नाम का तीसरा युवक भी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में पता चला कि अरमान लूट का माल खरीदने आया था।
सामान बेचने के लिए पहुंचा था गैंग
एसीपी ने बताया कि मौके से अंकुर और अंकित नाम के दो बदमाश फरार हो गए। दरअसल दीपक, अभिषेक, अंकुश और अंकित मिलकर एक लुटेरा गैंग चलाते हैं। चारों लूटा गया माल बेचने के लिए सिद्धार्थ विहार डंपिंग यार्ड में पहुंचे थे। अरमान को सामान खरीदने के लिए बुलाया गया था। मौके से फरार अंकुर और अंकित की तलाश में छापेमारी कर रही है।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
ऑटो सवार लुटेरा गैंग बड़े ही शातिराना अंदाज में लोगों को लूटता था। एक सदस्य ऑटो चलाता था और बाकी सवारी बनकर ऑटो में सवार हो जाते थे। सवारी को सुनसान जगह पर ले जाकर हथियारों के बल पर लूट करते थे। कई बार ऐसा भी करते थे अकेला चालक पहले एक या दो सवारी बैठा लेता था, उसके बाद कुछ दूरी पर उसके साथी हाथ देकर ऑटो में बैठ जाते थे। इसके बाद सुनसान स्थान पर जाकर सवारियों को लूट लेते थे। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से वारदात में प्रयोग किया जाने वाला एक ऑटो भी बरामद किया है।