UP Crime: जमीन का सीमांकन कर रिपोर्ट लगाने के लिए लेखपाल ने ली घूस, पैसे गिनते पकड़ा गया
गांगकलां गांव से सोमवार को एंटी करप्शन की वाराणसी इकाई ने पिंडरा तहसील के कनियर क्षेत्र के राजस्व लेखपाल विकास गुप्ता को 20 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के नाथूपुर के रहने वाले लेखपाल विकास के खिलाफ बड़ागांव थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करा कर उसे पुलिस को सौंप दिया गया।
गांगकलां के ग्राम प्रधान शशिकांत वर्मा उर्फ विक्की ने तहसील दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया था। शशिकांत के अनुसार गांव के रास्ते और नाली की जमीन पर ग्रामीणों द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा था। अवैध निर्माण को रोकने के लिए जमीन का सीमांकन जरूरी है। ग्राम प्रधान के प्रार्थनापत्र पर जमीन का सीमांकन कर रिपोर्ट लगाने के लिए लेखपाल विकास गुप्ता 20 हजार रुपये घूस मांग रहा था। रुपये न देने पर जमीन का सीमांकन कर रिपोर्ट लगाने में वह हीलाहवाली कर रहा था। इससे आजिज आकर ग्राम प्रधान शशिकांत वर्मा ने एंटी करप्शन की वाराणसी इकाई से संपर्क किया। एंटी करप्शन की ओर से प्रधान को कहा गया कि वह लेखपाल को अपने गांव बुलाकर रुपये देने की बात कही। सोमवार की दोपहर 2:45 बजे के लगभग गांगकलां स्थित अमृत सरोवर के समीप लेखपाल विकास रुपये लेने आया। प्रधान से 20 हजार रुपये लेकर वह गिन रहा था। उसी दौरान एंटी करप्शन टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह, योंगेद्र कुमार और राकेश बहादुर सिंह की टीम ने उसे दबोच लिया।
इस साल अब तक तीसरी गिरफ्तारी
लेखपाल के घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार होने का इस साल का यह तीसरा मामला है। इससे पहले बीते 26 अक्तूबर को सदर तहसील के कमौली क्षेत्र का चकबंदी लेखपाल वीरेंद्र प्रताप चतुर्वेदी 10 हजार रुपये घूस लेते हुए पकड़ा गया था। 16 अगस्त को राजातालाब तहसील में लेखपाल राजेंद्र प्रसाद 10 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार हुआ था। वहीं, 22 सितंबर 2022 को राजातालाब तहसील के तत्कालीन लेखपाल संघ अध्यक्ष संजय वर्मा 40 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार हुआ था।