UP: सटोरिये गेमिंग-बैटिंग एप से लूट रहे लोगों की रकम, सट्टा के जाल में फंसने वाले ज्यादातर बच्चे व युवा

Update: 2023-11-07 10:36 GMT

ताजनगरी आगरा में ऑनलाइन फर्जी गेमिंग और बैटिंग एप से लोगों को चूना लगाया जा रहा है। बड़ों से बच्चों तक को लालच में फंसाकर रकम लगवाई जा रही है। कम रकम पर ज्यादा मुनाफा देकर वापस करते हैं और ज्यादा रकम लगाते ही एप बंद कर देते हैं। सर्वर विदेशी होने की वजह से पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती। एक महीने पहले आगरा की साइबर सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ऐसे नौ एप और 27 वेबसाइट का खुलासा किया था। उन्हें बंद भी कराया था।

इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर महादेव समेत 22 सट्टा एप और वेबसाइटों पर पाबंदी लगाई है। आगरा में बंद कराए गए एप और वेबसाइटों पर क्रिकेट का सट्टा लगाया जा रहा था। पुलिस ने हजारों करोड़ की धोखाधड़ी तो रोकी लेकिन आरोपी नहीं पकड़े गए। अब जब क्रिकेट विश्व कप चल रहा है तो पुलिस की कार्रवाई ढीली है। न सटोरिये पकड़े जा रहे हैं और न ही एप बंद कराए गए हैं।


लग्जरी कार से लेकर दुकान तक में सट्टा-

अप्रैल 2023 में सिकंदरा पुलिस ने कार में सट्टा लगाते तीन सटोरियों को गिरफ्तार किया था। एक लाख रुपये बरामद किए थे।

अप्रैल 2023 में थाना रकाबगंज पुलिस ने कार में सट्टा लगाते चार लोगों को पकड़ा था। वे बार-बार लोकेशन बदल ले रहे थे। मोबाइल लाइव लाइन एप क्रेक्स और क्रिकेट लाइन गुरु एप डाउनलोड करते थे, आईपीएल पर सट्टा लगा रहे थे।

ताजगंज पुलिस ने पुरानी मंडी स्थित होटल से पांच सटोरियों को गिरफ्तार किया था। वह ऑनलाइन सट्टा लगा रहे थे।

अप्रैल 2022 में थाना न्यू आगरा क्षेत्र में तीन सट्टेबाज पकड़े गए थे। कार में मोबाइल एप के माध्यम से सट्टा लगवा रहे थे।

एक महीने पहले सिकंदरा क्षेत्र में होटल में 15 जुआरी पकड़े गए थे। 14 लाख रुपये भी बरामद किए थे। आरोपियों में संजय कालिया भी शामिल था।

दो महीने पहले शाहगंज में एक कपड़ा व्यापारी की दुकान में पुलिस ने छापा मारा था। व्यापारी सहित तीन को सट्टा कराते हुए पकड़ा था।


बड़े सटोरियों पर हो चुकी है कार्रवाई

जून 2022 में क्रिकेट सट्टे का बुकी अंकुश मंगल पकड़ा गया था। थाना न्यू आगरा पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मामला दर्ज किया था। उसने दिल्ली में ठिकाना बना लिया था। वर्ष 2018 में पुलिस ने श्याम वोहरा पर शिकंजा कसा था, तब वह शहर छोड़ गया था।


पैसा लगाकर जुआ खेलना अशुभ

दिवाली की रात को जुआ खेलने की परंपरा है। मान्यता है कि दिवाली की रात को जुआ खेलना शुभ होता है। इसके पीछे पौराणिक कथा है। मगर, जुआ खेलना तब ही शुभ माना जाता है, जब उसे बिना पैसे के खेला जाए। पैसा लगाकर जुआ खेलना बहुत अशुभ माना जाता है। पैसा लगाकर जुआ खेलने पर पुलिस भी कार्रवाई कर सकती है।


विदेशी सर्वर से नहीं पता चलते आरोपी

साइबर पुलिस का कहना है कि सटोरिये ऑनलाइन एप और वेबसाइट पर आईडी लेते हैं। इसके बाद सट्टा कराया जाता है। लोगों से ऑनलाइन रकम ली जाती है। एप और वेबसाइट के माध्यम से क्रिकेट दिखाया जाता है। इसके बाद हर बाल और ओवर पर रकम लगाई जाती है। चीन, दुबई सहित विदेशी सर्वर होने की वजह से पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती है।


साइबर सेल को दी गई जांच

ऑनलाइन बैटिंग एप के बारे में जांच साइबर सेल को दी गई है। जो भी बैटिंग एप चल रहे हैं उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। ठगी करने वाले एप भी चिह्नित किए जा रहे हैं। शहर में सटोरियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है।

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