मेवाड़ में दो दिवसीय ओरिएंटेशन एवं क्षमता वृद्धि कार्यक्रम आयोजित, 77 विषयों पर हुई विस्तार से चर्चा
गाजियाबाद। किसी के लिए कुछ करना ही शिक्षक के जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। शिक्षक बने हो तो समाज व देश के लिए कुछ करना भी सीखो। बच्चों को पढ़ाने के अलावा भी कुछ और अच्छे संस्कार दो। ताकि वे देश व समाज के अच्छे नागरिक बन सकें। उन्हें केवल ग्रेजुएट नहीं रोजगारयोग्य बनाओ। विशेषतौर पर गरीब परिवारों के बच्चों को स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस इसे संकल्प के साथ मंजिल तक पहुंचाएगा। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने विवेकानंद सभागार में आयोजित दो दिवसीय ओरिएंटेशन एवं क्षमता वृद्धि कार्यक्रम के समापन अवसर पर ये नसीहतें अपने शिक्षण व गैरशिक्षण स्टाफ को दीं।
उन्होंने दो दिन चले ओरिएंटेशन एवं क्षमता वृद्धि कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देने वाले 77 स्टाफ सदस्यों की बातें गौर से सुनीं। फिर उन्होंने कहा कि मेवाड़ में स्वस्थ परम्पराओं को लागू करना उनकी प्राथमिकता है। वह चाहते हैं कि मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस महापुरुषों की जयंतियों के आयोजन व विचारवान लोगों के साथ विचार संगोष्ठियों के लिए भी पहचाना जाए। उन्होंने मेवाड़ की भावी योजनाओं की जानकारी भी शिक्षक स्टाफ को दी। इससे पूर्व मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने स्टाफ को कई प्रकार की हिदायतें व नसीहतें देकर मेवाड़ का वातावरण और अधिक मधुर, फ्रेंडली व गुणवत्तायुक्त शिक्षा से भरपूर बनाने की बात पर बल दिया। उन्होंने शिक्षक स्टाफ को शिक्षण व काउंसलिंग के अनेक महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।
ओरिएंटेशन एवं क्षमता वृद्धि कार्यक्रम में काउंसलिंग, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट, रखरखाव, स्टडी मैटीरियल, प्रश्नोत्तर बैंक, शिक्षण, अनुशासन, शिक्षा पद्धति, विचार संगोष्ठी, जयंती समारोह, पीडीपी क्लास, कम्युनिकेशन गेम, प्रैक्टिकल वर्कशॉप, इफेक्टिव लीगल एड सेल, वैल्यू एडेड कोर्स, टू वे टीचिंग मैथेड, रिव्यू एंड ऑडिट कमेटी, नेशनल सेमिनार, गेस्ट लैक्चर, टीचर एक्सचेंज प्रोग्राम, फ्यूचर प्लान, रिसर्च प्रोजेक्ट, एडवेंचर-इंडस्ट्रियल ट्रिप आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई है।