रेलवे यात्रियों के लिए मुसीबत: ट्रेनों में हुई धक्कामुक्की, 709 ने बुकिंग कराई निरस्त; जानें वजह
मथुरा जंक्शन के विकास कार्य की वजह से ट्रेनों के निरस्त और आंशिक निरस्त होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। स्टेशनों पर भीड़ और ट्रेनों में धक्कामुक्की हो रही है। वहीं 709 से अधिक यात्रियों ने बुकिंग निरस्त करा दी।
मथुरा जंक्शन पर विकास कार्य के कारण 6 फरवरी तक 297 ट्रेनों को चरणबद्ध निरस्त किया गया है। इसमें कई को रूट बदलने के साथ आंशिक निरस्त भी किया गया है। इससे आगरा से गुजरने वाली अन्य ट्रेनों में मारामारी है। लंबी दूरी के ट्रेनों में भी यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है।
आगरा कैंट स्टेशन, राजा की मंडी स्टेशन, आगरा फोर्ट स्टेशन, ईदगाह स्टेशन समेत देहात के स्टेशनों पर यात्री ट्रेनों का इंतजार करते रहे। कमला नगर निवासी अजय शर्मा ने बताया कि दिल्ली में शादी समारोह में परिवार के साथ गया था, स्टेशन पर इंतजार करना पड़ा। ट्रेन की बोगी ठसाठस थीं। आने में बड़ी दिक्कत हुई। रेलवे वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रेनों के यातायात प्रभावित हैं। कई ट्रेनों के निरस्त होने से 709 यात्रियों ने विभिन्न ट्रेनों की बुकिंग रद्द कराई है। इनको रेलवे ने 710435 रुपये वापस किए हैं।
रेलवे ने ऐन वक्त पर निरस्त किया डायवर्जन, छूट गई यात्रियों की ट्रेन
मथुरा जंक्शन में रीमॉड़लिंग के काम के कारण कलिंग उत्कल व सचखंड एक्सप्रेस के रूट बदले गए थे। लेकिन सोमवार को रेलवे ने डायवर्जन निरस्त करके पुराने रूट से गाड़ि़यां गुजारीं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों की ट्रेन भी छूट गई। हालांकि रेलवे का दावा है कि उन्होंने पूर्व सूचना यात्रियों को दी थी।
यात्री हुए परेशान
कलिंग उत्कल में सफर कर रहे विनोद बाबू ने बताया कि ट्रेन को आगरा कैंट से आगरा किला होकर मेरठ की ओर डायवर्ट किया जाना था, लेकिन ट्रेन को राजा की मंडी पर खड़ा कर दिया गया। इससे दिल्ली व गाजियाबाद जाने वाले यात्री कैंट पर ही उतर गए। जब उन्हें पता चला कि ट्रेन पुराने रूट से ही चलेगी तो वह परेशान हो गए।
अचानक रूट डायवर्जन
इसी तरह सचखंड एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री भी अचानक रूट डायवर्जन निरस्त होने से परेशानी में आ गए। इससे बुजुर्ग व महिला यात्रियों की ट्रेनें छूट गईं। कैंट स्टेशन पर कुछ यात्रियों की पूछताछ खिड़की पर झड़प भी हुई। इस संबंध में आगरा मंडल की वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना था कि ट्रेन के रूट डायवर्जन की सूचना मैसेज से यात्रियों को दी गई थी। स्टेशनों पर भी उद्घोषणा करवाई जा रही थी।