इस बार सावन में 5 सोमवार का उपवास, जानें और क्या-क्या विशेषता रहेगी श्रावण मास में

Update: 2024-07-19 06:28 GMT

गाजियाबाद। श्रावण मास को सावन भी कहते हैं। हिंदू धर्म में यह पवित्र महीना माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार यह माह भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है। इस महीने भगवान शिव की पूजा होती है। इस साल सावन का महीना 22 जुलाई दिन सोमवार से शुरू हो रहा है। जो 19 अगस्त को समाप्त होगा।

इस बार सावन के महीने में अच्छा संयोग बन रहा है। सावन की शुरुआत सोमवार से शुरू होकर हो रहा है और अंतिम दिन भी सोमवार को पड़ रहा है। इस बार सावन में 5 सोमवार पड़ रहे हैं। जिसमें लोग उपवास में रहते है।

पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन माह में भगवान शिव ने समुद्र मंथन के दौरान विष पान किया था और उसे अपने कंठ में धारण कर लिया जिससे वे नीलकंठ कहलाए।

श्रद्धालु सावन के महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं और उपवास रखते हैं। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को श्रावण सोमवारी कहा जाता है जो शिव भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस महीने में विधिपूर्वक शिवजी की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सावन के सोमवार के व्रत से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्रा का भी विशेष महत्व है। कांवड़िये गंगा जल लेकर लंबी यात्रा करके शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। यह यात्रा धार्मिक उत्साह और शिवभक्ति का प्रतीक है।

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